एक ही रुटीन होने के बावजूद रातों-रात ऐसा क्या हो जाता है कि हमारे शरीर में सूजन आ जाती है। सूजन का अर्थ है शरीर के किसी भाग का अस्थायी रूप से बढ़ जाना। जिस अंग में सूजन होती हैं उसमे हल्का दर्द और वहां की त्वचा में थोडी लालिमा सी आ जाती हैं।
जाने आखिर शरीर में सूजन के क्या है कारण
चिकित्सकीय भाषा में इस स्थिति को ओडिमा आसान शब्दों में सूजन कहते हैं। शरीर में पानी की अधिकता होना या यूं कह लें कि जब पर्याप्त मात्रा में पानी शरीर से बाहर नहीं निकल पाता, तभी ऐसी स्थिति बनती है। ओडिमा बीमारी में कभी पूरा शरीर तो कभी सिर्फ कुछ अंगों जैसे कोहनी या चेहरे आदि में सूजन आ जाती है। कुछ घंटों या दिनों के बाद सूजन खत्म हो जाती है। ओडिमा से सेहत को नुकसान नहीं होता हैं।
सूजन के प्रकार- सूजन दो प्रकार की होती है।
• एक शरीर के किसी खास हिस्से में
• पूरे शरीर में एक साथ
क्यों होता हैं शरीर में सूजन
हम चारों ओर बेक्टीरिया, फंगस , वायरस, विषाणु, परजीवी की मौजूदगी वाले वातावरण में रहते हैं। और ये हमारे शरीर में मौजूद नौ रास्तों में से किसी से भी रास्ते से प्रवेश कर सकते हैं। इनके अलावा रोजमर्रा के दौरान किये जाने वाले कामों से भी कभी-कभी शरीर की सुरक्षा परत यानी त्वचा कटने, छिलने, रगड़ खाने, चोट लगने आदि के कारण कट या छिल जाती है, और हमारी त्वचा संवेदनशील हो जाती है। जिस कारण इस प्रभावित भाग में रक्त का संचरण बढ़ जाता है और वहां लालिमा व गरमी बढ़ जाती है। और इस क्षेत्र की बारीक रक्त नलियों में प्रोटीनयुक्त पदार्थ का स्राव बढ़ने से सूजन आ जाती है।
साथ ही इसके कई कारण हो सकते हैं। दिल से संबंधित बीमारियों, किडनी की समस्या, असंतुलित हार्मोन और स्टेरॉयड दवाओं के सेवन की वजह से ऐसा हो सकता है। दरअसल इन सभी स्थितियों में हमारी किडनी सोडियम को संचित कर लेती है। हालांकि कुछ महिलाओं को मासिक धर्म के एक सप्ताह पहले भी कुछ ऐसे ही लक्षण नजर आते हैं। इस दौरान ओइस्ट्रोजेन हार्मोन की मात्रा बढ़ जाती है, जिसकी वजह से किडनी ज्यादा पानी रोकना शुरू कर देती है। हमारा भोजन और जीवनचर्या भी ओडिमा की वजह बन सकते हैं।
• ज्यादा नमक- शरीर की जरूरत से ज्यादा नमक का सेवन भी पानी के अवशोषण की समस्या को बढ़ा सकता है। हमारे शरीर में तरल पदार्थों को संतुलित रखने में दो खनिजों सोडियम और पोटैशियम की अहम भूमिका होती है। पर दुर्भाग्य से हम सोडियम की मात्रा तो जरूरत से ज्यादा लेते हैं, पर पोटैशियम की मात्रा का सेवन कम करते हैं। इसकी वजह से रक्तचाप बढ़ जाता है। यह पानी को शरीर में रोके रखने के लिए भी जिम्मेदार है। यही वजह है कि रात में नमक वाले पॉपकॉर्न खाने के बाद सुबह आंखें सूजी रहती हैं। हालांकि डाइट से पूरी तरह नमक गायब करना भी सूजन की वजह बन सकता है। कुल-मिला कर ज्यादा नमकयुक्त चीजें खाने से बचें। पूरे दिन में सिर्फ 2400 मिलीग्राम नमक का ही सेवन करें।
• पानी की कमी न हो- ऐसी स्थिति में लोग कई बार कम पानी पीने की गलती कर बैठते हैं। कम पानी पीकर ओडिमा को ठीक नहीं किया जा सकता। सच यह है कि डीहाइड्रेशन होने पर शरीर को ज्यादा पानी की जरूरत होती है। ओडिमा बीमारी में शराब और कैफीन युक्त चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। कैफीन और शराब पानी अवशोषण की समस्या को बढ़ा सकते हैं।
• ज्यादा वजन- यदि आप मोटापे के शिकार हैं तो थोड़ा वजन घटाएं। मोटापे की शिकार महिलाओं में ओइस्ट्रोजेन का स्तर ज्यादा होता है, क्योंकि शरीर में जमी वसा ओइस्ट्रोजेन का स्राव करने लगती है। ऐसी महिलाओं को सबसे ज्यादा खतरा होता है। ज्यादा वजन वाले लोगों को खूब सारा पानी पीना चाहिए और कम से कम नमक खाना चाहिए। एक कैलोरी चार्ट बनाएं और उसके आधार पर अपने खान-पान की सूची तैयार करें। रोगमुक्त रहना है तो वजन कम करें।
• कम सोने की वजह- एक अध्ययन में पता चला हैं कि नींद की कमी शरीर में सूजन पैदा करने के लिए जिम्मेदार हो सकती है। विशेषज्ञ माइकल ब्रेयस मानते हैं कि नींद की कमी के चलते शरीर में इतनी सूजन आ जाती है कि सुबह उठने के बाद उन्हें गंभीर शारीरिक दर्द से जूझना पड़ता है।
• ड्रेस सिंड्रोम भी है वजह- ड्रेस सिंड्रोम एक अतिसंवेदनशीलता प्रतिक्रिया का वर्णन करने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह एक दवा के लिए गंभीर, विशेष स्वभाव वाला मल्टीसिस्टम प्रतिक्रिया होती है। एक ऐसा सिंड्रोम है, जो कि कुछ दवाओं के कारण होता है, जिनके चलते शरीर में सूजन आ जाता हैं।
• खुन की कमी- शरीर में खून की कमी के कारण भी हो सकती है शरीर में सूजन।
• विटामिन बी1- विटामिन बी1 की कमी के कारण भी सूजन हो सकती है।