लखनऊ: 2014 के लोकसभा चुनाव और फिर 2017 के विधानसभा चुनाव में बुरी तरह से मात खाने वाली बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने अब अपना ध्यान 2019 के लोकसभा एवं निकाय चुनावों पर केंद्रित कर दिया है।
पार्टी को नए तरीके से मजबूती के साथ खड़ा करने की कोशिशें तेज कर दी गई हैं। इसके तहत आपरेशन क्लीन चलाकर आरोपों से घिरे नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाना शुरू कर दिया गया है। इसके शिकार झांसी के बबीना विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक कृष्णपाल सिंह राजपूत हुए थे। उन्हें अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया ।
मायावती ने अब बसपा में फिर बदलाव कर, दो नहीं सात जोन बनाए जाने की योजना बनाई है। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने संगठन में फिर फेरबदल कर डाला। प्रदेश संगठन को दो के बजाए सात जोन में बांट जोनल इंचार्ज की तैनाती करते हुए निकाय चुनाव की तैयारीयों में जुटने के निर्देश दिए। साथ ही एक मई से आरंभ होने वाले संगठन के विस्तार कार्यक्रम को गति देने की हिदायत भी दी।
बुधवार को पार्टी मुख्यालय में बसपा प्रमुख ने डॉ. अंबेडकर जयंती समारोह की समीक्षा करने के साथ संगठनात्मक गतिविधियों की जानकारी ली।अंबेडकर जयंती में अपेक्षा अनुसार भीड़ न जुट पाने पर नाराज मायावती ने कहा कि संगठन के कार्य में रूचि नही लेने वाले पदाधिकारियों के स्थान पर नए लोगों को मौका दिया जाए। प्रदेश को दो जोन में बांट संगठन को प्रभावी बनाने की पूर्व की कार्ययोजना समाप्त कर सात जोन बनाने का निर्णय भी लिया।