नई दिल्लीः बजट भाषण बहुत बोरिंग होते हैं। सत्ताधारी सांसद भले ही वित्त मंत्री की हर बात पर तालियां ठोंकते हों मगर विपक्षी नेता बोर होकर जम्हाई लेते नजर आते हैं। यह हाल जब वित्त मंत्री जेटली के बजट के दौरान दिखा तो उन्होंने शायरी बोलकर लोगों को ठहाके लगाने के लिए मजबूर किया। ताकि इसी बहाने कुछ माहौल हल्का रहे।
अपने शेर के जरिए जहां जेटली ने सरकार के कदमों का चालाकी से बचाव किया वहीं विपक्ष के सिर पर बाधा पहुंचाने का आरोप मढ़ दिया।
नोटबंदी का शायरी से किया बचाव
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए नोटबंदी जैसे बड़े कदमों का बचाव करते हुए जेटली ने कहा-
‘इस मोड़ पर घबरा कर न थम जाइए आप,
जो बात नई है अपनाइए आप
डरते हैं क्यों नई राह पर चलने से आप
हम आगे आगे चलते हैं आइए आप..’
विपक्ष पर भी साधा निशाना
एक तरफ शायरी से जहां अरुण जेटली ने सरकार के कदमों की सराहना की, वहीं इसके जरिए विपक्ष पर यह भी तोहमत मढ़ दी कि वह सरकार को तरक्की करते नहीं देखना चाह रही है।