पटना: बिहार में नीतीश कुमार की जीत के पीछे जिस प्रशांत किशोर का हाथ था. जिस प्रशांत किशोर को मुख्यमंत्री बनने के बाद नीतीश ने अपना सलाहकार नियुक्त किया उसी प्रशांत किशोर पर घोटाले के आरोप लगने लगे हैं. बिहार बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने प्रशांत किशोर पर विजन डाक्यूमेंट के नाम पर टेंडर दिया गया है उसपर अनियमितता का आरोप भी लगाया है.
भुगतान होने के बाद भी नहीं बना विजन डॉक्यूमेंट
सुशिल मोदी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि विजन डॉक्यूमेंट बनाने के नाम पर प्रशांत किशोर से संबंध रखने वाली संस्था को 9 करोड से अधिक का भुगतान कर दिया गया था. लेकिन अब तक विजन डॉक्यूमेंट नहीं बन पाया है. प्रशांत किशोर बिहार में सेवा देने के बजाय दूसरे राज्यों में राजनीति क गतिविधियों में हिस्सा ले रहे हैं. बिहार चुनाव से ठीक पहले बिहार सरकार ने विजन डाक्यूमेंट बनाने के लिए सिटीजन एलायंस प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी को ठेका दिया था. सुशील मोदी का आरोप है कि ये कंपनी प्रशांत किशोर से तालुक रखती है. आरोप है कि पूरा पैसा लेने के बाद भी कंपनी ने अभी तक विजन डाक्यूमनेंट बनाकर पेश नहीं किया है.
राज्य से बाहर रहने पर भी उठाए सवाल
सुशिल मोदी ने प्रशांत किशोर पर निशाना साधते हुए कहा कि वो एक लोक सेवक हैं. लेकिन पिछले चार महीनों से किसी भी बैठक में वो उपलब्ध नहीं रहे हैं. कांग्रेस के चुनाव की जिम्मेदारी को उठाने के लिए वो दिल्ली और यूपी के चक्कर काट रहे हैं. इसलिए बेहतर होगा की वो अपने पद से इस्तीफा देदें
यूपी में कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार हैं प्रशांत
चुनावी रणनीतिकार के रूप में मशहूर प्रशांत किशोर ने जैसे ही बिहार में महागठबंधन की सरकार को सफलता दिलाई उसके तुरंत बाद कांग्रेस ने उन्हें यूपी में पार्टी के लिए चुनाव प्रचार संभालने की जिम्मेदारी दे दी. जिसके बाद से लगातार प्रशांत किशोर बिहार से बाहर चल रहे हैं.