नई दिल्ली : पिछले दस दिनों से चल रही घिनौनी सांप्रदायिक राजनीति और असफल प्रयासों के बाद आज JNUSU ने एक Human Chain का आयोजन किया है. जिसके बाद भी यह बात साफ नहीं हो सकी है कि उनकी माँगे क्या है?
VC से अपनी मांगें पूरी करने का प्रयास
Human Chain प्रशासन भवन से कुलपति निवास तक बनाने की तैयारी है. ध्यान देने वाली बात यह है की VC से अपनी माँगे मंगवाने का प्रयास JNUSU पहले ही कर चुका है. आपको याद होगा की 19 से 20 अक्टूबर को यही VC थे. जिनको 20 घंटों से अधिक समय के लिए JNUSU ने बंधक बना रखा था. और बड़े ही हास्यास्पद घटना क्रम का प्रस्तुत करते हुए JNUSU ने बिना किसी माँग को मनवाये VC को प्रशासन भवन से बाहर जाने दिया.
क्या JNUSU इस मुद्दे को ले कर संवेदनशील नहीं है?
उनकी कोई भी जायज या नाजायज मांग अब तक VC ने नहीं मानी है. जिसके चलते यह प्रतीत होता है कि आज का ह्यूमन चैन भी बस एक राजनीतिक खेल है. JNU के वामपंथियों ने पूरे JNU को एक ऐसे दौर में ला दिया है जहां पढ़ाई लिखाई का माहौल ढूँढने से भी ढूंढे नहीं मिलता है. बुरी बात तो यह है की सांप्रदायिक तनाव का माहौल भी JNUSU की इसी ओछी राजनीति की वजह से खड़ा हुआ है.
क्या कहना है ABVP नेता का ?
ABVP नेता औरJNUSU के पूर्व संयुक्त सचिव सौरभ शर्मा ने 'इंडिया संवाद' से बात करते हुए रविवार को इस ह्यूमन चैन में बाहरी लोगों के हिस्सा लेने की आशंका जताई है, जो की कैंपस के लिए एक बड़ा चिंता का विषय है. इस बारे में हमने चीफ सिक्युरिटी ऑफिसर के साथ साथ JNU कुलपति और SHO वसंतकुंज नार्थ को सूचना दे दी है. उन्होंने बताया कि धमकी भरा पत्र JNU को पहले ही भेज जा चुका है.
AMU उपाध्यक्ष के भड़काऊ बयान पर भड़के
सौरभ के मुताबिक JNUSU इस तरह की राजनीति को छोड़कर नजीब को खोजने में ध्यान दे तो वर्तमान की परिस्थिति को सुधारा जा सकता है. उन्होंने यह भी बताया कि सबसे बड़ी चिंता का विषय यह बना हुआ है कि हमारे तमाम प्रयासों के बावजूद कुछ उपद्रवी और सांप्रदायिक घृणा से ग्रसित तत्व पूरे मामले को तूल देकर हिंसक बनाने पर तुले हुए है. इसका ताज़ातरीन नमूना AMU के उपाध्यक्ष के द्वारा जारी किये गए बयान में नजर आता है. उन्होंने काफी हिंसक होते हुए कहा है कि हम ABVP को छोडेंगे और उनके कार्यकर्ताओं का भूसा भर देंगे.
नजीब को खोजने की बजाय ढंग भड़काने में लगे छात्र
ABVP नेता ने उनके बयान कि कड़ी शब्दों में निन्दा करते हुए कहा है कि जिम्मेदारी है कि हम सब नजीब को खोजने में अपनी सारी शक्ति का प्रयोग करें. लेकिन कुछ लोग ऐसी भावना भड़का कर समाज को बांटने की कोशिश में लगे है.