दिल्ली : TCS के चेयरमैन रहे एन चंद्रशेखरन ने मंगलवार को पहले गैर पारसी चेयरमैन के रूप में टाटा संस की कमान संभाली है. उन्होंने 21 फरवरी को दोपहर में बॉम्बे हाउस में ग्रुप का कामकाज संभाला. इस दौरान वहां रतन टाटा भी मौजूद थे.
बता दें कि सायरस मिस्त्री को हटाने के बाद 12 जनवरी को चंद्रशेखरन को टाटा संस का चेयरमैन नियुक्त किया गया था. कामकाज संभालने के बाद उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए सम्मान की बात है. पद संभालते ही उन्होंने ग्रुप के कर्मचारियों को पत्र लिखा है. अपने पत्र में उन्होंने कर्मचारियों से ग्रुप को आगे ले जाने के लिए सभी का साथ मांगा.
इस पद पर चंद्रशेखरन के समक्ष पहली सबसे बड़ी चुनौती समूह की कंपनी टाटा स्टील के यूरोपीय कारोबार को लेकर है. उन्हें इस घाटे वाले कारोबार के लिए कोई स्थायी समाधान ढूंढना होगा. इसके अलावा दूसरी बड़ी चुनौती रतन टाटा के ड्रीम प्रोजेक्ट नैनो को दुरुस्त करने की होगी. अब तक इस लखटकिया कार परियोजना पर टाटा मोटर्स को 1,000 करोड़ रुपये का घाटा हो चुका है.