... किन्तु दुनिया भर के मुसलमान अमेरिका को बहुत पहले से अपना 'दुश्मन न.1' घोषित किये हुए हैं, इस बात में दो राय नहीं! हाँ, पिछले लगभग दो दशकों से अमेरिकी नेताओं और वहां की कौम ने इसे अपनी ओर से कभी जाहिर नहीं होने दिया था, लेकिन डोनाल्ड ट्रम्प ने इस 'अंदरूनी राजनीति और चिढ़न' से पर्दा हटा दिया है और अब अमेरिकी जनता और वहां का राजनीतिक-तंत्र 'इस्लाम को खुलकर' अपना शत्रु बताने में संकोच नहीं कर रहा है. अब ट्रम्प बेशक बाद में मुसलमानों के बारे में अपने बयान और अपनी सोच बदल लें (जो बदलना ही पड़ेगा व्यवहारिकता के नियम के कारण), किन्तु जनता के दबाव में उन्हें और दुसरे नेताओं को आना ही पड़ेगा, इस बात में दो राय नहीं! भारत में नरेंद्र मोदी के उभार से अगर 'ट्रम्प के उभार' की तुलना करें तो काफी कुछ समानता नज़र आएगी, किन्तु प्रधानमंत्री बनते ही व्यक्तिगत रूप से नरेंद्र मोदी ने शायद ही मुसलमानों के विरुद्ध प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप में कुछ कहा या इशारा किया हो, किन्तु चुनाव के पहले जो माहौल बना था, वह सरकार बनने के दो साल बाद तक कभी 'असहिष्णुता', तो कभी 'भारत माता की जय' के रूप में नरेंद्र मोदी की नाक में दम किये रहा. हालाँकि, आप ध्यान से इन मसलों पर निगाह दौड़ाएं तो देख पाएंगे कि नरेंद्र मोदी का जितना दायरा था, उससे आगे बढ़कर उन्होंने संघ और अपनी पार्टी के तमाम नेताओं को बयानबाजी से चुप कराया है तो दुसरे अतिवादी गुटों के खिलाफ कड़ा सन्देश दिया है. ट्रम्प या कोई और बेशक अमेरिका का राष्ट्रपति बने, वहां के तमाम राजनीतिक दबावों का उन्हें भी मोदी की तरह सामना करना ही होगा, इस बात में दो राय नहीं! हालाँकि, शायद ही विश्व का कोई नेता या एजेंसी हो, जो डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति न बनने की बात विश्वास से कह सके! रिपब्लिकन ...
... Read this full Article here >> http://editorial.mithilesh2020.com/2016/05/donald-trump-and-world-politics.html ]
Donald Trump and World Politics, American Politics, Hindi Article, Mithilesh