नई दिल्लीः सीबीआई का अंतरिम चार्ज संभालते ही राकेश अस्थाना ने वो तेवर दिखा दिया, जो तेवर पिछले दो डायरेक्टर के कार्यकाल से मिट्टी में मिल चुका था। महज 48 घंटे के भीतर उन्होंने 3600 करोड़ के अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाले में घिरे पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी को दबोचकर हड़कंप मचा दिया। यह वही त्यागी हैं, जिनकी फाइल डायरेक्टर रंजीत सिन्हा के टेबल पर लंबित चल रही थी। संसद में कई बार मामला गूंजने के बाद भी सीबीआई पूछताछ को छोड़ गिरफ्तारी का साहस नहीं जुटा पाई थी।
कुर्सी मिलते ही तलब किया जांच से जुड़े डीआईजी को
सीबीआई के सूत्र बताते हैं कि जैसे ही अंतरिम डायरेक्टर की कुर्सी मिली तो राकेश अस्थाना ने सभी हाईप्रोफाइल केस की फाइल पलटनी शुरू की। अगस्ता वेस्टलैंड के बहुचर्चित मामले में सुबूत होने के बाद भी पूर्व वायुसेना प्रमुख की गिरफ्तारी न होने पर खफा हो गए। तत्काल केस से जुड़े डीआईजी को तलब किया। पूछा कि फाइल में जब जांच के आधार पर त्यागी के खिलाफ पर्याप्त सुबूत है तो फिर गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। इनकी गिरफ्तारी रोककर क्या संदेश देना चाहती है। अस्थाना के क्लास लेते ही मातहत अफसर हरकत में आए और त्यागी को गिरफ्तार कर लिया।
तेजतर्रार अफसर की धार पर सुप्रीम कोर्ट की वार
राकेश अस्थाना तेजतर्रार आईपीएस माने जाते हैं। वे चारा घोटाले में तेजी दिखा चुके हैं। अगर लालू यादव को जेल जाना पड़ा था तो वह राकेश अस्थाना की सख्ती ही थी। बतौर सीबीआई एसपी राकेश अस्थाना ने छह घंटे तक लालू यादव से पूछताछ की थी, जबकि उनसे बड़े अफसर तब लालू यादव के आगे नतमस्तक हो जाते हैं। बहरहाल इस तेजतर्रार आईपीएस की अंतरिम डायरेक्टर के रूप में सीबीआई में नियुक्ति का मामला सुप्रीम कोर्ट में है। कोर्ट ने 16 दिसंबर तक मोदी सरकार से जवाब तलब किया है। ऐसे में अगर नियुक्ति पर असर पडा तो राकेश अस्थाना के तेवर की धार भोथरी हो सकती है।
हेलीकॉप्टर डील में क्या है त्यागी पर आरोप
इटली की हेलीकॉप्टर निर्माता कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड को ही ठेका मिले, इसके लिए वायुसेना प्रमुख रहते त्यागी ने कुछ ऐसी शर्तें टेंडर में जोड़ दीं, जिससे दूसरी कंपनियां रेस से बाहर हो जाएं। मसलन त्यागी ने टेंडर में नई शर्त लगाते हुए हेलीकॉप्टर की फ्लाईंग सीलिंग 6000 मीटर से घटाकर 4500 मीटर कर दी। जिससे टेंडर की शर्तें अगस्ता वेस्टलैंड के पक्ष में हो गईं और कंपनी को 3600 करोड़ का सौदा आसानी से हासिल हो गया। आरोप है कि इटली की कंपनी ने सौदा हासिल करने के लिए यूपीए सरकार के प्रमुख नेताओं सहित पूर्व वायुसेना प्रमुख त्यागी को करोड़ों की रिश्वत दी। वहीं कंपनी के पैसे पर त्यागी ने बीवी के साथ इटली के कई दर्शनीय स्थलों की सैर भी की।