स्कूल में कबड्डी खेल ने की ऐसी सजा मिली कि दुबारा कभी खेलने की सोचगे भी नहीं. गुजरात के छोटा उदयपुर की प्राथमिक स्कूल में बच्चों के साथ अमानवीयता का मामला सामने आया है. महज पांचवी क्लास के बढ़ने वाले 8 बच्चों को कबड्डी खेलने की ऐसी सजा दी गई कि बच्चे दुबारा कभी खेल के बारे में सोच भी नहीं पाएंगे.
इन बच्चों को सजा के तौर पर 150 से 200 उठक-बैठक कराई गई, लकड़ी से बदन पर मार पड़ी और 3 घंटे कड़ी धूप नंगे पांव खड़ा रहना पड़ा. बच्चों के साथ यह अमानवीय व्यवहार कड़ाछला स्कूल में किया गया है.
आरोपों के मुताबिक उठक-बैठक ख़त्म होने के बाद सबकी डंडे से भी पिटाई हुई जिससे बच्चों को चोटे आई हैं. शिक्षकों का गुस्सा तब भी ख़त्म नहीं हुआ तो बच्चों को कड़ी धूप मैं 3 घंटे खड़े रहने की सजा सुना दी. घटना के बाद आश्रम के स्वामी स्कूल में पहुंचे और स्कूल में हंगामा खड़ा हो गया.
बताया जा रहा है स्कूल में लंच के समय बच्चे कबड्डी खेल रहे थे. उसी वक्त एक शिक्षिका वहां आई और कबड्डी खेलने के लिए डांटने लगी. इतना ही नहीं उसने बच्चों को 150 से 200 उठक-बैठक करने का फरमान जारी कर दिया. जिन बच्चों को सजा मिली उनमें 5 से लेकर 8वीं क्लास तक के बच्चे थे.