तवांग (अरुणाचल प्रदेश) : तिब्बतियों के आध्यात्मिक गुरु दलाईलामा शुक्रवार शाम अरुणाचल प्रदेश के तवांग मठ पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि मठ में बौद्ध भिक्षुओं तथा कई श्रद्धालुओं ने उनकी बेहद गर्मजोशी के साथ अगवानी की। दलाईलामा की यह यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि चीन इस यात्रा को रद्द करने को लेकर शुरू से ही भारत पर दबाव बना रहा था। लेकिन भारत ने इस सारे दबावों को दरकिनार कर दिया।
सीएम खांडू तिब्बती आध्यात्मिक गुरु के साथ
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू तिब्बती आध्यात्मिक गुरु के साथ हैं। चीनी सरकार से मतभेद के बाद दलाईलामा हिमाचल के धर्मशाला में रह रहे हैं। मालूम हो कि दलाईलामा सन् 1959 से ही भारत में निर्वासित जीवन जी रहे हैं। चीन ने दलाईलामा के अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर कड़ी नाराजगी जताई है। चीन अरुणाचल को अपना हिस्सा मानता है। चीनी मीडिया भी दलाई लामा की अरुणाचल प्रदेश के त्वांग की यात्रा से भड़का हुआ रहा। चीनी अखबारों ने तो यहां तक लिया कि भारत के खिलाफ चीन को भी जैसे को तैसा की कार्रवाई करनी चाहिए।
चीनी रणनीतिकारों ने पहले ही भारत को चेताया था
इसे लेकर चीनी रणनीतिकारों ने भी भारत को चेताया था कि दलाईलामा की इस यात्रा से भारत चीन के संबंध खराब होंगे। अंतत: सारे विरोध और आरोपों को दरकिनार करते हुए दलाई लामा त्वांग पहुंच गए हैं। उनकी यह यात्रा दो दिन पूर्व निर्धारित थी, लेकिन खराब मौसम के चलते यात्रा में विलंब हुआ है।