मनपसंद सीट न मिलने पर काउंसिलिंग से ही वापस
जागरण संवाददाता, लखनऊ : सूबे में बीएड की प्रवेश काउंसिलिंग को लेकर गुरुवार को एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन लखनऊ विश्वविद्यालय (लविवि) की ओर से किया गया है। लविवि के कुलपति प्रो. एसबी निम्से की अध्यक्षता में हुई बैठक में एनआइसी व बीएड की व्यवस्था से जुड़े अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से सभी काउंसिलिंग केंद्र प्रभारियों को इस संबंध में जानकारी दी गई। बीएड में दाखिले के लिए अभ्यर्थियों द्वारा मनपसंद (लॉक) की गई सीट न मिलने पर इसके लिए जमा की गई एडवांस फीस उन्हें वापस कर दी जाएगी। अभ्यर्थी एडवांस फीस के रूप में जमा की गए पांच हजार रूपये का बैंक ड्राफ्ट 15 दिन के भीतर काउंसिलिंग सेंटर से प्राप्त कर सकेंगे। अभ्यर्थी यदि निर्धारित समय में ड्राफ्ट न ले सके तो इसके लिए उन्हें लखनऊ विवि में संपर्क करना होगा। बीएड के राज्य समन्वयक प्रो वाई के शर्मा ने बताया कि विद्यार्थी मनपसंद सीट न मिलने की दशा में 15 दिन के भीतर जमा किए गए एडवांस फीस का ड्राफ्ट हर हाल में वापस ले ले। ताकि उन्हें परेशानी का सामना न करना पड़े। प्रो. शर्मा ने बताया कि इस बार कॉलेजों की संबंद्धता की तारीख 31 मई तक बढ़ा दी गई थी। ऐसे में कॉलेजों द्वारा सीटों का ब्योरा भेजा जा रहा है। ऐसे में बहुत से विवि सीटों का ब्योरा नहीं भेज सके हैं। इसके चलते काउंसिलिंग की बुकलेट में कॉलेज का कोड नहीं है। ऐसे में छात्र एनआइसी की वेबसाइट पर कॉलेज का कोड देख लें और सावधानी पूर्वक ही कोड भरें।
बीएड में बढ़ेंगी 7 हजार सीटें
राज्य समन्वयक प्रो.वाईके शर्मा ने बताया कि अभी तक 1 लाख 68 हजार सीटों का ब्योरा आ चुका है। जबकि डॉ.राममनोहर लोहिया, अवध विश्वविद्यालय, फैजाबाद से अभी तक 40 कॉलेजों का ब्योरा मिलना बाकी है। कुल एक लाख 68 हजार सीटों का ही ब्योरा आया है जबकि इस बार सीटें एक लाख 90 हजार के आस पास होंगी।