1 जुलाई 2016
छत कहा थी नसीब मे..... फूटपाथ को
जागीर समझ बैठे....
गीले चावल मे शक्कर क्या
गिरी.....बच्चे उसे खीर समझ बैठे...
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माकपा के दिग्गज नेता पिनराई विजयन ने केरल के 22 वें मुख्यमंत्री
सबक मुझको कई सारे सिखाये है जमाने ने ,मियां सबकुछ बिक जाता है आज के जमाने मेँ ।,,तमाम कोशिशोँ के बाद भी कभी सूरतेँ याद नही आती , कभी सदियाँ लग जाती है किसी चेहरे को भुलाने मेँ ।,,फासले तो हम दोनोँ के बीच कभी पैदा न हो सके , कोशिशेँ फिर भी बरकरार रही कुछ लोगोँ की जमाने मेँ ।,,तुम वक्त ही वक्त की बात
तुम्हें जब दूर से देखा हुआ इस दिल में हंगामा,नकाबों में छिपी थीं तुम बदन पर था हसीं जामा,क़यामत ही नहीं आई उठा सैलाब था लेकिनवो अनजाने में तुमने हाथ जब मेरा जरा थामा। ............हनुमंत तिवारी
ख्वाबों ने आज नींदों से तकाजा कर लियारातों के ले अँधेरे फ़िर उजाला कर लियाकहने को साथ सब होते हैं राहों में यहाँतूफाँ कभी जो आया तो किनारा कर लियाआनी तो मौत इक दिन है, कोई पल आखिरीक्या डर है , खुदखुशी का जब इरादा कर लिया हनुमंत तिवारी
आप सभी का आरक्षण के बारे में क्या राय है , आरक्षण जातिगत होना चाइये या आर्थिक .
मनपसंद सीट न मिलने पर काउंसिलिंग से ही वापसजागरण संवाददाता, लखनऊ : सूबे में बीएड की प्रवेश काउंसिलिंग को लेकर गुरुवार को एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन लखनऊ विश्वविद्यालय (लविवि) की ओर से किया गया है। लविवि के कुलपति प्रो. एसबी निम्से की अध्यक्षता में हुई बैठक में एन
डेल्ही के प्राइवेट अस्प्ताल में एक ऐसा केस आया आया है यह बच्चा महज 1. 5 साल का है इसे जो बीमारी है इसे आस्मिक यौवन कहते है , डॉक्टर का मने तो इसका विकास 25 साल के युवक की तरह हुआ है , इस बीमारी में इसे सेक्स करने की इच्छा भी प्रबल हुई है
लेबनान में सरकार ने सेना के लिए एक ऐसा स्मारक तैयार किया है जो अपने आप में बड़ा प्रेरणा देने वाला है , यह स्मारक एक संग्रहालय है जो पुराने लेबनान सेनानियों की याद में बनाई गई है .
पिछले कुछ समय से स्कूलों के सयलबोस को लेकर रोज नई बहस सुनने को मिलती है , इस बातसे भारतीय सरका र भले कोई ताल्लुक न रखती हो लेकिन डेनमार्क सरकार के लिए भारत क एक गांव किसी अजूबे से कम नहीं , असल में राजस्थान के पीपलांत्री गांव ने केवल एक प्रदेश ही नहीं बल्कि पुरे देश का नाम रोशन किया है ,जिन बेटियों
मथुरा में राम वृक्ष यादव ने ऐसी होली खेली की पुलिस कर्मियों सहित 27 लोग इस दुनिया से चले गए ! इस संघर्स में ढाई साल से कब्जे का शिकार जमीन तो खली हो गई लेकिन दो कर्मठ पुलिस अफसर खो दिए इस धरती ने !
bharat afgan ke dosti ka bandh
शायद आप के होश उड़ जाये इसकी कीमत जान के !! इस समय चीन में इस चाय की कीमत 672000 आरएस /कप है ! डा हंग पाओ बिग लाल बागे दुनिया की और चैयों से थोड़ा अलग है !! यह चाय काई आउसधीयो से युक्त है
कुछ याद आया !!
देश के प्रतिष्ठित उद्योगपतियों में से एक रतन टाटा की शादी 4 बार होते-होते रह गई थी। रोचक बात यह है कि पहली बार जब वह शादी करने के बेहद... करीब थे, तब उनकी शादी माता-पिता या किसी और वजह से नहीं बल्कि भारत-चीन युद्ध के चलते रुकी थी। खुद रतन टाटा ने एक इंटरव्यू में इस बात का जिक्र किया था।अमेरिका में
सिसकती हुई वो आवाजे चीख चीख के ये कह रही माँ आकर तू बचा ले दहेज़ अग्नि में दाहक रही !! जन्म लिया क्या गलती की परयो को भी अपना लिया चाँद कागज के टुकड़ो खातिर मुझसे कैसा ये बदला लिया !! कहाँ गए वो सात वचन निभाने का जो वादा किया वादे की थी वो साक्षी अग्नि उसी के हवाले मुझे किया !! करती थी मन से सेवा न क
शब्दनगरी पर सुबह की बड़ी खबरें-1. आरक्षण के लिए हरियाणा का जाट आंदोलन दिल्ली तक पहुंचा, दिल्ली और यूपी में धरना देंगे आंदोलनकारी2. प्रधानमंत्री Narendra Modi स्विट्जरलैंड दौरे पर जिनेवा पहुंचे, काला धन के मुद्दे पर चर्चा संभव3. नोएडा के जीआईपी मॉल में हार्ट अटैक से आईएएस डीएम अक्षत गुप्ता की मौत4. ग
मुलायम सिंह जी (भाषण देते हुए)..समाजवादी पार्टी मे अपराधियों के लिए कोईजगह नही है।..भीड़ मे से आवाज आई-काहे!!!हाऊस फुल हुई गवा का?
"क़ायम रहे खुदा पे वो ईमान मुबारक,ईमान मुकम्मल हो ये अरमान मुबारक,दिल-जिस्म-रूह पाक रहे दौर-ए-इबादत,अल्लाह के बन्दों को हो रमज़ान मुबारक"आप सभी मित्रों को रमज़ान बहुत-बहुत मुबारक! शुद्धिकरण का यह महापर्व सभी आपसी द्वेष को दूर करे!
नींद भी नीलाम हो जाती है बाजार ए इश्क मै।, इतना आसान नही है किसी को भुलकर सो जाना !!
आज भी उसे ढूँढ़ने हर रात निकलता हूँ बिछड़े थे जहाँ वाही पे इन्तजार करता हूँ पता है की वो अब नहीं आएगी मगर उसके वापस आने के सपने हजार बनता हूँ !!
जौनपुर के लाल शहीद संतोष यादव अमर रहें.....चिठ्ठी ना कोई संदेस जाने वो कौन सा देश जहाँ तुम चले गये..इस दिल पे लगा के ठेस जाने वो कौन सा देश जहाँ तुम चले गये..एक आह भरी होगी, हम ने ना सुनी होगी जाते जाते तुम ने आवाज़ तो दी होगी हर वक्त यही है गम, उस वक्त कहाँ थे हम, कहाँ तुम चले गये..हर चीज़ पे अश्को
तुम से कौन कहेगा आकर ..?कितनी रात ढलीं बिन चंदा ?कितने दिन बिन सूरज बीते ?कैसे तड़प-तड़प कर बिखरे, भरी आखँ में सपने रीते ..?कौन पिये और कैसे खाए ?मन को जब जोगी भा जाए,तुम को कौन सिखाये भा कर..?तुम से कौन कहेगा आकर....? उन घावों कि अमर कहानी ,जिन के आखर पानी-पानी !उन यादों की आपबितायी,जिन की चूनर धा
उज्जैन के सिंहस्त कुंभ में सरकार ने नदी को गंदा ना होने देने के लिए बहुत ही अनूठा तरीका निकाला है । इस तरीके से विसर्जित होने वाला फूल और प्लास्टिक की पन्निया नदी को गन्दा नही कर पायेंगे। घाट से थोड़ी दूर ही एक जाल लगाया लगाया है जो विसर्जित सामग्री को रोक लेता है। शाम को जाली हटा के सामग्री हटा ली ज
सपा सरकार ने पिछले साल साइकिल सवारों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना "साइकिल पथ" का निर्माण करवाया था...साइकिल सवारों का तो पता नही पर इन्होंने उस योजना का पूरा आनंद उठाया...
!!! मेघ बरसो !!!तप रही रवि की तपन से ये धरा क्या देखते,टुट चुकी व रीढ़ खेतिहर भी डरा क्या देखते,बन चुके इस सूर्य भक्षक से बचाने के लिए,मेघ बरसो की कृषक को फिर जिलाने के लिए।जो तलैया मर चुकी है गाँव की क्या देखते,छोड़ मैना घर चुकी है गाँव की क्या देखते,बूँद स्वाती की पपीहे को पिलाने के लिए,मेघ बरसो की
कल एक उंगली ना मिली,जिसे थामकर जिंदगी की राह देख सकूँ कल लाखो उंगलिया उठ जाएँगी, जो हमने गलत राह चुन ली
बडा कर दिया हालात ने वक्त से पहले,,,वरना सर पे किसको बोझ उठाना अच्छा लगता हैं
छत कहा थी नसीब मे..... फूटपाथ कोजागीर समझ बैठे....गीले चावल मे शक्कर क्यागिरी.....बच्चे उसे खीर समझ बैठे...
जरूरी नही की हर समय जुबा पर भगवान् का नामआये,वो लम्हा भी भक्ति का होता है जब इन्सानइन्सान के काम आये
मंजिल पर पहुंचकर लिखूंगा मैं इन रास्तों की मुश्किलों का जिक्र...अभी तो बस आगे बढ़ने से ही फुरसत नही !!!
नेचर इंडेक्स २०१६ राइजिंग स्टार्स रिपोर्ट के अनुसार उच्च कोटि के वैज्ञानिक शोधों में अपने योगदान में सर्वाधिक वृद्धि के साथ विभिन्न देशों के बीच भारत दूसरे स्थान पर पहुंच गया है!
तुफानो से आँख मिलाओ,सैलाबों पे वार करो !! मल्लाहो का चक्कर छोड़ो तैर कर दरिया पार करो !! फूलो की दुकाने खोलो खुशबु का व्यापर करो!! इश्क खता हैं तो ये खता एक बार नहीं,सौ बार करो
थोड़ा सा रफू करके देखिये ना, फिर से नयी सी लगेगी, . ज़िन्दगी ही तो है...............
आज सजी हूँ दुल्हन सी कब तू आएगा पिया !! अपने हाथों से पानी पिला के कब गले लगाएगा पिया !!