नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में साइकिल चुनाव चिह्न पर अपना दावा पुख्ता करने की कोशिश के तहत अखिलेश यादव गुट ने शनिवार को पार्टी के जन प्रतिनिधियों एवं पदाधिकारियों के हस्ताक्षर वाले हलफनामे चुनाव आयोग को सौंपे. छह बक्सों में भरे इन दस्तावेजों में MLA , MLC समेत 4600 प्रतिनिधियों के हस्ताक्षर वाले दस्तावेज भी शामिल हैं.
रामगोपाल ने आयोग को सौंपे दस्तावेज
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के समर्थक रामगोपाल यादव दस्तावेजों की प्रतियां सौंपने के लिए यहां चुनाव आयोग मुख्यालय निर्वाचन सदन पहुंचे. चुनाव आयोग ने इस गुट से ये दस्तावेज मांगे थे. छह बक्सों में भरे 1.5 लाख पन्नों के इन कागजातों में 200 से अधिक विधायकों, 68 विधान परिषद सदस्यों में से 56 विधान परिषद सदस्यों, 24 सांसदों में से 15 सांसदों तथा 5,000 प्रतिनिधियों में से अखिलेश समर्थक करीब 4600 प्रतिनिधियों के हस्ताक्षर हैं.
मुलायम ने सेट लेने से किया इंकार
रामगोपाल ने दस्तावेज सौंपने के बाद कहा, '90 फीसदी जन प्रतिनिधि एवं प्रतिनिधि अखिलेश यादव के साथ हैं. इसलिए यह बिल्कुल साफ है कि हम असली सपा हैं. हमें साइकिल निशान दिया जाना चाहिए और असली सपा समझा जाना चाहिए.' रामगोपाल ने दावा किया कि एक सेट मुलायम सिंह यादव को उनके दिल्ली निवास पर भेजा गया, लेकिन उन्होंने पावती देने से इनकार कर दिया. अब उसे उनके लखनऊ के पते पर भेजा जाएगा.
मुलायम कल सौंप सकते हैं हलफनामों का सेट
मुलायम सिंह धड़ा सोमवार को अपने हलफनामों का सेट आयोग को सौंप सकते है. चुनाव आयोग ने दस्तावेज सौंपने की समय सीमा 9 जनवरी तय कर रखी है. 3 जनवरी को सपा में विभाजन औपचारिक रूप से सामने आ गया था, जब दोनों पक्ष सपा और उसके निशान पर दावा करते हुए चुनाव आयोग के पास पहुंचे थे.