नई दिल्ली : राजस्थान के भरतपुर से यूपी के मथुरा तक सफर मे एक पोता अपने दादा की लाश के साथ सफर कर रहा था. ये मामला ट्विट के जरिए जब रेलमंत्री सुरेश प्रभु तक पहुंचा , उन्होने तुंरत डीआरएम को आदेश देकर मामले कि आरपीएम से जांच करने को कहा . फिर आरपीएफ ने रविवार को अपनी उच्च अधिकोरियों को सौंप दी है.
रोते बच्चे को देख सुरेश प्रभु को ट्विट किया..
दरअसल भरतपुर स्थित कुम्हरेर निवासी रज्जो (55 साल) पुत्र संतका अपने चार साल के पोते आदित्य के साथ गुरुवार दोपहर को बायाना पैंसेंजर में बैठकर मथुरा आ रहे थे. रास्ते में ही दादा रज्जो की बीमारी की वजह से मौत हो गई. जब उनका शरीर कोई हरकत नहीं कर रहा था, तो उनका मासूम पोता आदित्य रोने लगा . ट्रेन कि यात्रीयों ने आननफानन मे बच्चो की फोटो खींच रेलमंत्री सुरेश प्रभु को ट्विटर पर मैसेज कर दिया.
रज्जो के बेटे खेमचंद्र ने की शिनाख्त
रेलमंत्री ने भी मामले की गंभीरता को समझते हुए तुंरत डीआरएम आगरा को मामला देखने का निर्देश दिया. जिसके बाद आरपीएफ इंस्पेक्टर सतेन्द्र यादव ने कहा कि सफर के दौरान ही दादा रज्जो की मौत हो गई थी, जिसके बाद 4 साल का मासूम आदित्न रोने लगा. हमने शव को मथुरा स्टेशन मे उतार लिया था, शव की शिनाख्त कर ली गई है . रज्जो के बेटे खेमचंद्र ने इनकी शिनाख्त की है. इसके साथ ही जीआरपी ने आदित्य को उसके परिवार वालों को सौंप दिया है.