नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल के धुलागढञ में हुई सांप्रदायिक हिंसा की आक्रामक रिपोर्टिंग से नाराज मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जी न्यूज टीम पर मुकदमा दर्ज कराया है। इसकी जद में संपादक सुधीर चौधरी, रिपोर्टर पूजा मेहता और कैमरामैन तन्मय मुखर्जी आए हैं। मुकदमा 153(ए) जैसी गैर जमानती धारा में दर्ज कराया गया है। मुकदमा दर्ज होते ही संपादक सुधीर चौधरी ने अपने फेसबुक वॉल पर इसकी सूचना दी है। कहा है कि 25 वर्षीय रिपोर्टर पूजा मेहता सहित पूरी टीम पर मुकदमा दर्ज कराकर पश्चिम बंगाल सरकार पत्रकारिता का गला घोंटने की कोशिश कर रही है।
क्या कहा सुधीर चौधरी ने
सुधीर चौधरी ने कहा कि रिपोर्टर पूजा की उम्र अभी महज 25 साल है। मगर इतनी कम उम्र में ही एक युवा रिपोर्टर ने देख लिया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के राज में पश्चिम बंगाल में किस तरह का लोकतंत्र है। सुधीर ने कहा कि जिस तरह एक मुख्यमंत्री मीडिया के दमन की कोशिश कर रही है, वो लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है। आगे से कोई भी मीडिया हाउस दंगों की कवरेज करने से बचेगा। उन्होंने कहा कि ये पत्रकारिता पर अंकुश लगाने की साजिश है। सोचिए मेरी युवा रिपोर्टर जो कोलकाता में रहती है, उस महिला पत्रकार पर एक महिला मुख्यमंत्री किस तरह का दवाब बना रही है।
चौधरी ने किया डीएनए में दावा-सिर्फ जी न्यूज ने दिखाया दंगे का सच
सुधीर चौधरी ने अपने डीएनए प्रोग्राम में दावा किया था कि मेनस्ट्रीम मीडिया पश्चिम बंगाल के दंगे को नजरअंदाज कर रही है। मगर जी न्यूज ने पूरे मामले की पड़ताल कर धूलागढ़ दंगे के सच को सामने लाई। दरअसल बीते दिनोंपश्चिम बंगाल के संकराइल थाना क्षेत्र स्थित धुलागढ़ इलाके में दो गुटों के बीच हिंसक टकराव हुई। उस समय धार्मिक जुलूस के रास्ते को लेकर मामला गरमाया था। इस बीच संप्रदाय विशेष के अराजक तत्वों ने धुलागढ़ के बनर्जी पाड़ा, दावनघाटा, नाथपाड़ा में दूसरे समुदाय के मकानों और दुकानों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। हिंसा के दौरान अराजक तत्वों ने जमकर बमबारी की। उपद्रवियों की भीड़ ने दुकानों