नई दिल्लीः नोएडा सेक्टर 49। हिंडन अपार्टमेंट। यही डेरा जमाए आधे दर्जन नक्सली पिछले दो महीने से दिल्ली को दीवाली पर दहलाने की साजिश रच रहे थे। किसी ने सपने में नहीं सोचा था कि जंगलों से निकलकर कभी नक्सली NCR और दिल्ली को भी गढ़ बनाने की तैयारी कर सकते हैं। मगर दुस्साहस देखिए, कि नक्सलियों ने सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील राष्ट्रीय राजधानी की तरफ भी कूच कर दिया। वो भी आधे दर्जन की संख्या में और लगभग सभी बम बनाने में निपुण। कुछ नक्सली पिछले डेढ़ साल से अपार्टमेंट के तीसरे तल के फ्लैट में रह रहे थे तो कुछ हाल में आकर जमे। यह तो संयोग ठीक रहा कि खुफिया सूचना पर यूपी एटीएस दो महीने के गोपनीय प्लान से नक्सलियों तक पहुंचने में सफल रही। जिससे दीवाली पर राष्ट्रीय राजधानी को वारदातों से दहलाने की तैयारी फेल हो गई। कई बड़ी हस्तियों के कत्ल और किडनैपिंग का खौफनाक खेल नक्सली खेलने वाले थे। काफी समय बाद यूपी के आतंवाद निरोधक दस्ते की यह बड़ी कार्रवाई है। एटीएस ने नोएडा के हिंडन विहार सेक्टर 49 नोएडा से जहां पांच लोगों को गिरफ्तार किया। वहीं उनकी निशानदेही पर चार लोगों को यूपी के चंदौली से गिरफ्तार किया। इस पूरे आपरेशन में मुख्य भूमिका यूपी एटीएस के एसपी ब्रजेश श्रीवास्तव की टीम ने निभाई। टीम का आला अफसरों ने भी मार्गदर्शन किया। पूछताछ में नक्सलियों ने बताया कि वे दीवाली पर बड़ी वारदातें करने के बाद कुछ समय के लिए कैमूर की पहाड़ियों पर कूच कर जाते। फिर यहां आते और वारदात कर फिर चले जाते। यानी दिल्ली में बड़े गेम प्लान की तैयारी में लगे थे नक्सली।
'इंडिया संवाद' को एसपी एटीएस ने बताया कैसे पहुंचे नक्सलियों तक
यूपी एटीएस नोएडा के एसपी ब्रजेश श्रीवास्तव ने 'इंडिया संवाद' को पूरे आपरेशन की जानकारी दी। बताया कि मधुबनी का रहने वाला पवन झा हिंडन बिहार सेक्टर 49 में रहकर प्रापर्टी डीलिंग का काम करता है। उसके तीन पार्टनर रहे। इस बीच कारोबार में बहुत बड़ा नुकसान हुआ तो वह कर्ज में डूब गया। हर महीने दस लाख रुपये उसे ब्याज अदा करने पड़ते थे। इससे परेशान पवन झा ने अपने साथी कैमूर के नक्सली रंजीत पासवान से संपर्क किया। रंजीत पीपल्स वॉर ग्रुप का एरिया कमांडर रह चुका है। वह आधे दर्जन नक्सलियों के साथ नोएडा पहुंच गया और पवन झा के दिलाए फ्लैट में रहने लगा।
नक्सलियों के ठिकाने के पास एटीएस जवान कमरा लेकर रहने लगे
फ्लैट में जो ठहरे हैं वे नक्सली ही हैं, इसकी पहचान पुख्ता करने के लिए एटीएस ने जाबांज जवानों को तैयार किया। उन्हें फ्लैट के आसपास रूम दिलाया गया। यही नहीं पवन झा की प्रापर्टी डीलिंग की आफिस भी जवान आने-जाने लगे। इसके बाद नक्सली ग्रुप से मिलने कौन आ रहा है, उनकी क्या गतिविधि है पूरा वीडियो बनाकर फुलप्रूफ सुबूत तैयार किया गया। इसके बाद जब यह बात पुख्ता हो गई कि प्रापर्टी कारोबारी पवन झा की शह पर नक्सली डेरा डाले हैं तो 15 अक्टूबर की रात कमांडों के साथ एसपी एटीएस ब्रजेश श्रीवास्तव की टीम ने कार्रवाई करते ही पांच को धर दबोचा।
एनसीआर-दिल्ली में बड़ी घटनाओं की बना रहे थे प्लानिंग
पिछले दो महीने से हिंडन विहार में डेरा डाले नक्सली पवन झा की मदद से पहले उसके बिजनेस पार्टरन का काम तमाम करना चाहते थे। फिर दिल्ली के कुछ बड़े व्यवसाईयों पर उनकी नजर थी। उनका अपहरण कर मोटा माल कमाने की तैयारी थी। यही वजह थी कि नक्सली पूरे साजोसामान के साथ आए थे। विस्फोटक सामग्रियों में उनके पास से 125 डेटोनेटर, जिलेटिन छड़ों के साथ एक इंसास राइफल, 32 बोर के तीन पिस्टल, नाइन एमएम की पिस्टल, 115 जिंदा कारतूस व वाहनों में चार कार और एक मोटरसाइकिल बरामद हुई।
कोठियों-कारखानों में विस्फोट कर फिरौती मांगने की थी प्लानिंग
एसपी ब्रजेश श्रीवास्तव ने इंडिया संवाद को बताया कि नक्सलियों ने अपने साथ भारी मात्रा में डेटोनेटर, जिलेटिन छड़ें आदि विस्फोटक पदार्थों का जखीरा इकट्ठा किया था। उनका मकसद था कि एनसीआर और दिल्ली के बड़े व्यवसाईयों की कोठियों और कारखानों में जाकर छोटे हिस्से में विस्फोट कर नुकसान पहुंचाया जाए। फिर आगे पूरी कोठी उड़ा देंगे की धमकी देकर पैसा वसूलने की तैयारी थी। पूछताछ में नक्ससलियों ने यह बात कुबूल की।
एटीएम उखाड़ने की मशीन लाए थे नक्सली
खास बात है कि पैसे का इंतजाम करने के लिए नक्सलियों ने गजब का तरीका चुना। एटीएम मशीनों को उखाड़ने के लिए खास तरीके की मशीन भी लाए थे। जिसे पुलिस ने बरामद किया है।
गिरफ्तार नक्सली
रंजीत पासवान, जिला चंदौली(28 साल), कृष्ण कुमार, रोहताश, बिहार(25), पवन झा, मधुबनी, बिहार(25), सुनील यादव, सासाराम, रोहताश, बिहार(25), शैलेंद्र कुमार, बक्सर, बिहार(41 साल), सचिन कुमार, बिलासपुर, ग्रेटर नोएडा, सूरज, नई मंडी चौकी, बुलंदशहर(28), आशीष सारस्वत, अलीगढ़( 18), बृजकिशोर, अलीगढ़(22)