नई दिल्ली : आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के कहने पर दिल्ली सरकार में उनके मंत्रियों ने अपने-अपने दफ्तरो पर दीपावली ''नो गिफ्ट'' की नोटिस तो चिपका लि . नोटिस का असर भी हुआ और दिल्ली के बड़े- बड़े व्यापार ी और ठेकेदार बड़े - बड़े गिफ्ट के बक्से के साथ सचिवालय में नहीं दिख रहे.
इंडिया संवाद को पता लगा है कि केजरीवाल कि निगाह अपने मंत्रियो के दफ्तर तक ही नहीं सीमित है बल्की वह यह भी पता लगा रहे है कि कुछ डब्बे लेकर 'शुभचिंतक' घर तो नहीं पहुंच रहे , सूत्रों ने बताया कि मंत्रियों की निगरानी का काम केजरीवाल की खास टीम करती है . मौका पड़ने पर यह टीम खुफिया कैमरे से वीडियो भी बनाती है टीम के एक सदस्य ने इंडिया संवाद को बताया की कुछ मामलों में केजरीवाल समझौता नहीं करते. खासकर ठेकेदारों और व्यापारियों की मंत्रियों से निजी मुलाकातें केजरीवाल को कतई पंसद नहीं हैं.
इससे पहले सीएम केजरीवाल ने बिल्डर से रिश्वत मांगने के आरोप में मंत्री आसीम अहमद खान को हटाया दिया था. सीएम केजरीवाल ने कहा था कि अगर कोई भ्रष्ट है तो मै नहीं बख्शूंगा. चाहो वह मेरा बेटा या मनीष सिसोदिया या कोई और भी क्यो न हो. खान पर 'बिल्डरों से साठगांठ' के आरोप लगे थे. आसीम अहमद खान दिल्ली में खाद्य एवं पर्यावरण मंत्री थे और अब इमरान हुसैन उनकी जगह पर है.