नई दिल्लीः यूपी में मुजफ्फरनगर का कैराना। इंटलीजेंस एजेंसियां इस एरिया को आईएसआई का गढ़ बताती हैं। पाकिस्तान के लिए जासूसी में गिरफ्तार सपा के राज्यसभा सांसद मुनव्वर सलीम का पीए फरहात भी यहीं का रहने वाला है। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक उसने रक्षा और विदेश मंत्रालय के कई गोपनीय दस्तावेज पाकिस्तानी दूतावास को उपलब्ध कराए। जिसे दूतावास ने पाकिस्तान सत्ता प्रतिष्टान के साथ वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई को भेज दिया। हाल में पाकिस्तानी दूतावास का कर्मी महमूद भी दिल्ली के जू के पास मौलान रमजान और सुभाष नामक दो जासूसों से गोपनीय दस्तावेजों के आदान-प्रदान करने में गिरफ्तार हुआ। इस प्रकार देखें तो सीमा पार से पाकिस्तान भारत में पाकिस्तानी दूतावास के जरिए देश के गद्दारों का जाल संचालित कर रहा है। भारत की हर गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तान भेजी जा रहीं हैं।
उधर इंडिया संवाद से बातचीत में सांसद सलीम कहते हैं कि जब फरहात उनके पास नौकरी के लिए आया था तो उन्होने दिल्ली पुुलिस से जांच कराने के बाद उसे रखा था। यह मालुम नहीं था कि वह देश से गद्दारी करने लगेगा। सलीम कहते हैं कि वह उसे 15 हजार रुपये महीना मानदेय देते थे।
सांसद सलीम को मिले हर दस्तावेज फोटोकॉपी कर भेजता था पाक दूतावास
राज्यसभा सांसद होने के कारण मुनव्वर सलीम को संसद की कार्यवाही सहित विदेश और रक्षा मंत्रालय की समितियों की रिपोर्ट भी मिलती थी। इन रिपोर्ट को बतौर पीए रिसीव करने का काम फरहात खान ही करता था। रिकार्ड व सरकुलर हाथ में आते ही वह फोटोकॉपी कराकर पाकिस्तानी दूतावास भेज देता था। बीते कुछ समय से जब फरहात खान रक्षा और विदेश मंत्रालय के गलियारों का ज्यादा चक्कर काटने लगा खुफिया एजेंसियों को शक हुआ। उन्होंने उसका मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगा दिया। पता चला कि पाकिस्तानी दूतावास व आईएएसआई की फोन कॉल्स आती हैं। बस खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट किया। मामला राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर अजित डोभाल तक पहुंचा। उन्होंने सांसद के पीए का मामला होने के कारण पुख्ता सुबूत जुटाने को कहा। जिसके बाद जब पुख्ता सुबूत जुट गया तो दिल्ली क्राइम ब्रांच ने धर दबोचा।
आईएसआई के कहने पर बना सांसद का पीए
खुफिया सूत्र बताते हैं कि फरहात खान को सांसद का पीएन बनने के लिए आईएसआई ने कहा था। क्योंकि सांसद का पीए होने पर रक्षा और विदेश मंत्रालय में घुसपैठ आसानी से हो सकती है। वहीं सांसद को मिलने वाली तमाम गोपनीय सूचनाओं को भी आसानी से हासिल किया जा सकता है। यही वजह है 11 महीने पहले फरहात खान मध्य प्रदेश में विदिशा से सपा के राज्यसभा सांसद मुनव्वर सलीम के संपर्क में आया। उनसे बताया कि वह कैराना के सांसद रहे मुनव्वर हसन के पीएम का काम कर चुका है। उनके साथ काम करना चाहता है। जिसके बाद फरहात सपा सांसद मुनव्वर सलीम का पीएम बन गया। जिसके बाद सांसद मुनव्वर ने राज्यसभा को उसे पीए बनाने का लेटर जारी किया तो उसे राज्यसभा सचिवालय ने पास भी जारी कर दिया।
साउथ एवेन्यू आवास से संचालित होती थी गतिविधियां
सपा सांसद मुनव्वर सलीम का दिल्ली में साउथ एवेन्यू में सरकारी आवास है। वे दिल्ली में कम और अपने गृहक्षेत्र विदिशा में ज्यादा समय गुजारते हैं। इससे सांसद के पीए फरहात ने उनके आवास को आईएसआई गतिविधियों के संचालन का अड्डा बना लिया। सूत्र बताते हैं कि लाल बत्ती का इस्तेमाल कर वह पूरी दिल्ली में टहलकर भौकाल बनाता था।