नई दिल्ली : देश में जहाँ स्मार्टक्लास और नई टेक्नोलॉजी की बात हो रही है वहीँ देश में बड़ी संख्या में ऐसे स्कूल भी हैं जहाँ बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं भी नही हैं। अख़बार दि हिन्दू की एक रिपोर्ट की माने तो ओडिशा जैसे राज्य में 78 फीसदी ऐसे स्कूल हैं जहाँ बिजली है ही नही।
रिपोर्ट के अनुसार यहाँ पढ़ने वाले बच्चे हर साल 40-45 डिग्री सेल्सियस तापमान पढ़ाई करते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 51,094 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में से 40,087 (78 फीसदी) स्कूलों में बिजली की सुविधा नहीं है। सबसे ज्यादा बिना बिजली वाले क्षेत्रों में जनजातीय इलाके हैं जहाँ बिना बिजली वाले स्कूलों की संख्या 3,349 से ज्यादा है।
दुनिया के तमाम देश जहाँ कोयले के इस्तेमाल पर रोक लगाना चाहते हैं वहीँ भारत में कोयले के इस्तेमाल की दिशा में लगातार बढ़ रहा है। दिल्ली की ही बात करें तो बदरपुर प्लांट से बिजली का 7.9 फीसदी उत्पादन इस बार फिर शुरू कर दिया गया है। इस प्लांट से बदरपुर का 11 फीसदी प्रदूषण निकलता है। कहा जा रहा है कि इस बार गर्मी अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ सकती है।
भारत में लगातार बढ़ते तापमान का सबसे ज्यादा असर जहाँ किसानों पर पड़ेगा। वहीँ बिना बिजली वाली वाली स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का क्या होगा क्योंकि देश के अधिकतर स्कूलों बिजली है ही नही।