दाड़िम की ओट हो जा, लड़की!
भोर-किरणों की ओट
देलोस की ओर से
एक नाव आ रही है!
क्या जाने, भोर-पंछियों के शोर के साथ
खित्तारे के स्वर भी उमड़ते हुए आने लगें!
मैं ने तो इसी लिए अंजीर की ओट ली है
और वंशी बजा रहा हूँ :
दाड़िम की ओट हो जा, लड़की!
और सुन, तुझे बुला रहा हूँ!