शाम हो चुकी थी खाना खाने के बाद तृषा ने स्नेहा जी से कहा ,
आंटी शाम हो गई है रात होने वाली है मम्मा इंतज़ार कर रही होंगी, में चलती हूं आंटी,,,।
हां बेटा आजकल रात में बाहर निकालना लड़कियों के लिए सुरक्षित नहीं है,,,। स्नेहा जी कहते हुए किचिन का काम करने लगी ।
चलिए मैं आपको छोड़ देता हूं आपके घर ,, अखिल जैसे ही बाइक की चाभी लेकर आया,,,।
क्यों बे तू क्यों जाएगा ,, तू नहीं जाएगा मैं जाऊंगा क्योंकि तृषा मेरी दोस्त है,,,। थोड़ा मुस्कुराते हुए जलन भरे लहजे में अजीत बोला ।
और उसके सर पर हसी में एक हाथ मारते हुए अजीत हंसते हुए बोलता है ,
बेटा तू पढ़ाई कर ,,,।
ओके भाई ,,,। अखिल भी हंसने लगता है ।
अजीत तृषा को उसके घर छोड़ कर वापस आ चुका था ।
अचानक अजीत के पास कॉल आता है -
हैलो,, हां तृषा,,।
वो मैं ये कह रही थी कि तुम घर पहुंच गए,,।
हां,, बस अभी अभी आया,,।
ओके,,,
ओके तृषा,,,।
सुनो,, अजीत ,,।
हां क्या हुआ ,,,।
कुछ नहीं ,,,। तृषा ने थोड़ा पलकें झुका कर थोड़ा शर्मीले अंदाज़ में कहा ।
ओके,,। अच्छा तृषा तुमसे कुछ पूछ सकता हूं ,,,।
हां अजीत बोलो ना,,।
तुम कल मेरे लिए पूरी रात और आज पूरा दरवाज़े के बाहर बैठी रही क्यों,,?
वो , वो , हम फ्रैंड्स हैं ना ,,। थोड़ा घबराते हुए तृषा बोली जैसे उसकी चोरी पकड़ी गई हो,,।
हां हम फ्रैंड्स है,, पर इतना कोई नहीं करता यार ,,।
जो तुम आज तक मेरे लिए करते आए हो वो भी कोई नहीं करता अजीत ,,,।
मैंने क्या किया? मैंने तो ऐसा कुछ खास नहीं किया,,।
तुम तो यहीं कहोगे,, मुझे अपनी किताबें पढ़ने के लिए देना,,। मेरे पास कोचिंग लेने के पैसे नहीं है इसलिए तुमने जितना तुम्हे आता था मुझे पढ़ाया , मेरे प्रोजेक्ट्स बनाएं,,,।
तृषा के पिता इस दुनियां में नहीं थे इसलिए उसके घर के हालात ठीक नहीं थे । घर में तृषा उसकी मां उसका छोटा भाई और उसके दादा जी थे बस । तृषा के दादा जी एक रिटायर्ड टीचर थे घर का खर्च उन्हीं की पेंशन से चलता था,,।
तृषा रात बहुत हो गई है कल बात करते हैं,, सुबह कॉलेज भी तो जाना है,,।
ओके,, बाय अजीत, गुड नाईट,,।
गुड नाईट,,, पगली,,। अजीत थोड़ा मुस्कुरा के बोला ।
अजीत की मां की मौत उसके जन्म लेते ही हो गई थी और उसके पिता 2 साल पहले एक रोड एक्सिडेंट में दुनियां से चल बसे । बचपन से अजीत को उसकी चाची स्नेहा जी ने पाला पोसा था इसलिए अजीत स्नेहा जी को ही अपनी मां मानता था । स्नेहा जी अजीत को अपना सगा बेटा और उनके दोनों बेटे आर्यन और अखिल उसे अपना सगा भाई ही मानते थे ।
आगे जारी रहेगी,,,,,✍️
राधे - राधे 🙏
- श्रद्धा ' मीरा '