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धर्मप्रेमिका (भाग-9)

19 सितम्बर 2021

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सुनसान जंगल में ,

व्योम ( जनार्दन का बेटा ) भागता चला जा रहा था उसके बाएं कंधे से खून बह रहा था पुलिस की गोली उसे छूकर निकल गई थी मुठभेड़ में , उसकी सांसें उखड़ रही थी जैसे तैसे हिम्मत से उसने जंगल पार किया । और सामने उसे एक गांव दिखा। 
वो उस गांव की ओर जाने लगा तभी गांव वालो ने उसे देखा और पूछा ।

कौन हो तुम कहां से आए हो तुम्हारे हाथ में खून कैसे बह रहा है ।,,,,

राहगीर हूं कुछ बदमाशो ने मुझ पर हमला किया मैं बचने के लिए वहां से भाग निकला भागते भागते रास्ता भटक गया और जंगल के रास्ते यहां आ पहुंचा मेरी मदद करो प्लीज़ 🙏 ,,,,,,,

इतना कहते ही वो बेहोश हो गया ।

शाम का समय तृषा का घर ,

दी ,,, दी ,,, कहां हो तुम ? ,,,,तरुण थाने से वापस आया और बहुत जल्दी में था ।

हां क्या हुआ किचन में हूं खाने की तैयारी कर रही हूं क्या बनाऊं बता चाय बनाऊं क्या तू थक गया होगा ,,,  तृषा ने किचन से ही कहा ।

तरुण सीधा किचन में आ गया और तृषा से बोला ,
खाना वाना सब छोड़ो तैयार हो जाओ और पैकिंग शुरू करो ,,,,

पैकिंग,,, 😳तृषा ने चौंकते हुए पूछा, हम कहीं जा रहे हैं क्या? 

हां दी मुझे आज रात को एक केस के सिलसिले में बाहर जाना है इसलिए आपको कुछ दिनों के लिए धनन्जय ( मृत्युंजय के पिता )अंकल के घर रहना होगा ,,,।

क्यों वहां क्यों अपने घर में क्यों नहीं ,, मैं नहीं जाऊंगी ,,, तृषा ने साफ इंकार कर दिया ,,,।

दी मैने तुमसे कुछ पूछा नहीं सिर्फ कहा है चलो समान पैक करो ,,, एक बार मैने कह दिया ना बस अब चलो ,,,। तरुण इतना कहकर अपने कमरे की तरफ मुड़ गया ।

तृषा कुछ नही कह पाई और बस तरुण के कहने पर तैयार हो कर सारी पैकिंग कर ली । अब बारी थी राठौर मेंशन पहुंचने की ।

राठौर मेंशन - 

धनंजय राज राठौर (रिटायर्ड पुलिस अफ़सर) सोफे पर टिक कर बैठे हुए थे एक हाथ सोफे से टिका कर उन्होंने अपने सर पर हल्का सा टिका रखा था और एक पैर दूसरे पैर पर रखा हुआ था । सामने ही दूसरे सोफे पर मृत्यंजय बैठा था । 

मधुरा ,,,,, धरा ,,,,, धनंजय जी ने आवाज दी 

दोनो बहने अपने अपने रूम से बाहर आई । 

जी पापा ,,,, आकर एक साथ बोली ।

बेटा तृषा आ रही है आज से वो यहीं रहेगी ,,,, धनंजय जी ने कहा ।

वाओ तृषा आ रही ,,,, मधुरा ने खुशी से कहा 
अब वो हमारे साथ हमारे घर में रहेगी आई एम सो हैप्पी पापा ,,,,, धरा भी एक्साइटेड हो कर बोली,, ।

हां बेटा जाओ उसके लिए एक रूम तैयार कर दो,,,। धनंजय जी ने कहा ।

मधुरा और धरा दोनो चली गई फिर धनंजय जी ने मृत्यंजय की तरफ देख कर कहा - 
अच्छा किया जय ( मृत्युंजय का नाम जिसे शॉर्ट में जय कहा जाता था ) जो तुमने तरुण से तृषा को यहां छोड़ने के लिए कह दिया उसका मन भी लगा रहेगा । याद है मुझे विराट( तृषा के पिता ) ने मरने से पहले मुझसे कहा था कि मैं उसके परिवार का ध्यान रखूं , मैने कोशिश भी की पर भाभी जी और पिता जी,,,,,, इतना कहते धनंजय जी रुक गए उनकी आंखे नम हो गई । 

धनंजय जी और विराट सिंह चौहान बचपन के दोस्त थे साथ में एग्जाम क्लियर किया और पुलिस फोर्स में भर्ती हो गये ,  दोनो ने S.S.P. (senior superintendent of police ) विराट सिंह चौहान,  D.S.P. (deputy superintendent of police) धनंजय राज राठौर की पोस्ट पर ज्वॉइन किया ।

तभी गाड़ी का हॉर्न बजा मधुरा ने तुरंत जाकर गेट खोला तो सामने तृषा और उसका भाई खड़े थे ।
तृषा अंदर आई सभी बहुत खुश हुए मृत्युंजय की मां( अर्चना जी ) ने किचन से बाहर आकर तुरंत तृषा को गले से लगा लिया फिर सभी ने साथ में डिनर किया और सब अपने अपने रूम की तरफ जाने लगे तभी अर्चना जी (  मृत्युंजय की मां ) ने धरा से कहा तृषा का रूम रेडी हो चुका है तुम उसके साथ उसके रूम में समान पहुंचा कर उसे रूम दिखा दो ।
तृषा धारा के साथ चली गई ।
तरुण धनंजय जी के पैर छूते हुए कहता है ,अंकल अब मैं भी चलता हूं अभी कुछ देर में निकलना है ओके जय चलता हूं ,,

ओके चल बाय मैं तुझे स्टेशन तक छोड़ देता हूं ।,,,जय मुस्कुराते हुए ।

ओके ,, चल ,,तरुण ने भी मुस्कुराते हुए कहा 

बहुत रात हो चुकी थी मृत्युंजय भी तरुण को स्टेशन छोड़ कर वापस आ चुका था और अपने रूम में चला गया पर उसे नींद नहीं आ रही थी ।

इधर तृषा भी रूम में करवटें बदल रही थी पर उसे नींद नहीं आ रही थी फिर वो उठ कर बालकनी में चली गई वहां मृत्यंजय पहले से खड़ा था , क्योंकि तृषा और जय दोनो के रूम आमने सामने थे । 

अचानक तृषा उसके पास गई और गुस्से से बोली , 
क्यों आए हैं आप यहां आखिर किस लिए ,😡😡 आप तो चले गए थे न फिर अब क्यों आए हैं 

मृत्युंजय ने उसकी बात का कोई जवाब नही दिया और पूरी तरह इग्नोर कर दिया । 

इससे तृषा का गुस्सा और बढ़ गया , उसने मृत्युंजय की शर्ट का कॉलर पकड़ कर फिर कहा ,
आपने मेरी बात को सुना नहीं या अनसुना कर दिया ।😡उसकी आंखें गुस्से के साथ नम थी 😭।

मृत्युंजय ने अपने कॉलर से तृषा के दोनो हाथ छुड़ा कर उसे अपने करीब खींच कर कहा ,,
मैं तुम्हे बताना जरूरी नहीं समझता, बेकोज़ यू आर नथिंग फॉर मी ,, और तुमने जो किया है ना उसके बाद तो बिल्कुल नहीं 😡 कहते हुए मृत्युंजय की आंख में थोड़ी नमी ( आंसू होना ) थी 😭 ।  उसने तृषा को झटक दिया और वहां से जाने लगा । 
तभी तृषा ने पीछे आकर उसका हाथ पकड़कर  अपनी तरफ खींचते हुए , रियली आई एम नथिंग फॉर यू ,, और क्या किया है मैंने ,,, हां ,, और तुम भूल गए तुमने उस दिन क्या किया था ,, 
मृत्युंजय ने अपना हाथ छुड़ा कर वापस उसका हाथ पकड़ लिया और अपने दूसरे हाथ से उसकी कमर से पकड़ कर उसे अपनी तरफ खीच लिया तृषा के एक हाथ को मृत्यंजय ने पकड़ रखा था और उसका दूसरा हाथ मृत्युंजय के सीने पर था । मृत्युंजय ने दूसरे हाथ से तृषा को कमर से कस कर पकड़ रखा था ।
हां हुई मुझसे गलती मैं उसके लिए शर्मिंदा भी था , उसके बाद तुमसे माफी मांगने की कोशिश की तुम्हारे पीछे क्लास रूम में आया तुमसे माफी मांगने तुमने मेरी बात न सुनने की जैसे कसम ही ले ली थी जब तुम वहां से पलट कर जाने लगी तब तुम्हारा दुपट्टा बेंच में फंस गया जिसे मैं निकल रहा था और तुमने मुझे पूरी क्लास के सामने थप्पड़ मार दिया , मिस तृषा सिंह चौहान मेरे लिए मेरी सेल्फ रिस्पेक्ट सब कुछ है । पर तुम बताओ क्या वो जो हुआ उसमें  तुम्हारी मर्जी नही थी बोलो ,,,😡कहते हुए मृत्युंजय की आंखों में गुस्सा 😡 और आसूं 😭दोनो थे। मृत्युंजय ने तृषा को और कस के पकड़ लिया अब तृषा को घुटन होने लगी थी उसने मृत्युंजय की पकड़ से खुद को आजाद करना चाहा पर ऐसा नही कर पाई ।
छोड़िए आप मुझे ,,,, प्लीज कहते हुए तृषा की आंखों में आसूं थे उसका गुस्सा आंसुओं में बह रहा था आसूं की बूंद टपक कर उसके गालों पर आ चुकी थी आंखे लाल हो चुकी थी ।
मृत्युंजय ने महसूस किया तृषा के हाथ की कलाई  जोर से पकड़ने की वजह से उसके हाथ चूड़ी टूट गई है और उसे दर्द हो रहा हैं तो मृत्युंजय ने एक झटके से उसे खुद से अलग किया और पलट कर अपने रूम में चला गया । 
तृषा भी अपना हाथ संभाले जिससे खून बह रहा था रोते हुए अपने रूम में चली गई ।

राधे - राधे दोस्तों 🙏 आगे की कहानी नेक्स्ट पार्ट में नेक्स्ट पार्ट में कहानी फ़्लैश बैक में होगी आपके सभी सवालों के जवाबो के जवाब कहानी में ही मिलेंगे । मिलती हूं फ़्लैश बैक की कहानी के साथ , अगर मुझसे कोई गलती हुई हो तो माफ कीजिएगा 🙏 और कॉमेंट बॉक्स में मुझे जरूर बताएं की आपको कहानी कैसी लगी धन्यवाद 🙏🤗🙏

श्रद्धा मीरा ✍️


रेखा रानी शर्मा

रेखा रानी शर्मा

अच्छा है 😊

16 दिसम्बर 2021

Anita Singh

Anita Singh

बांध के रखा है आपने अपने ट्विस्ट और टर्न में

14 दिसम्बर 2021

Shailesh singh

Shailesh singh

ओह्ह तृषा ने वैसे गलत किया था मृत्युंजय के साथ क्लास रूम में बिना सोचे थप्पड़ मारा था | अब शायद आगे तृषा और मृत्युंजय में कुछ केमिस्ट्री बन सकती है जिसका रिएक्शन तरुण या व्योम किसी एक मे होगा

19 सितम्बर 2021

Shraddha 'meera'

Shraddha 'meera'

19 सितम्बर 2021

Yes ofcourse अभी कहानी फ्लैशबैक में जायेगी

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रचनाएँ
धर्मप्रेमिका ( एक पत्नी जो समाज की नज़रों में प्रेमिका रही )
4.9
राधे राधे दोस्तों आज मैं लेकर आई हूं एक नई कहानी , कहानी एक पत्नी के त्याग की , और एक पति के प्यार की, अजीत और तृषा की दोस्ती की , अजीत , तरुण मिहिर और मृत्युंजय की दोस्ती की , मृत्युंजय और तृषा के प्यार की कहानी धर्मप्रेमिका एक ऐसी पत्नी जिसे समाज में प्रेमिका समझा गया ।
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धर्म प्रेमिका

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राधे राधे दोस्तों 🙏 <b style="font-size: 1em;">कहानी शुरू करने से पहले मैं सभी कैरेक्टर्

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धर्म प्रेमिका (भाग- 3)

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धर्म प्रेमिका (भाग - 4)

16 सितम्बर 2021
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धर्म प्रेमिका (भाग -5 )

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धर्म प्रेमिका (भाग - 6)

18 सितम्बर 2021
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<div>इस तरह अजीत दूसरे का शहर चला जाता है और तृषा वही अकेली रह जाती है। इधर मृत्युंजय का भी कुछ पता

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धर्म प्रेमिका (भाग -7)

19 सितम्बर 2021
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<div align="left"><p dir="ltr">मैं तुझसे शादी नही करूंगी 😡 मेरे पापा के खूनी के बेटे से मैं कभी शाद

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धर्म प्रेमिका (भाग - 8)

19 सितम्बर 2021
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<div>मुठभेड़ जारी थी अचानक व्योम ने तृषा पर गोली चलाई उसकी मां ने व्योम को देख लिया और वो बीच में आ

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धर्मप्रेमिका (भाग-9)

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<div><br></div><div><br></div><div><br></div><div><br></div><div><br></div>सुनसान जंगल में ,<div><br

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धर्म प्रेमिका (भाग - 10)

20 सितम्बर 2021
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<div><br></div><div><br></div><div><span style="font-size: 1em;">मृत्युंजय ने महसूस किया तृषा के हाथ

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धर्म प्रेमिका ( भाग -11 )

20 सितम्बर 2021
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धर्म प्रेमिका (भाग -12)

20 सितम्बर 2021
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धर्म प्रेमिका (भाग -13)

21 सितम्बर 2021
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धर्म प्रेमिका (भाग -14)

21 सितम्बर 2021
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सुबह 8 बजे हॉस्पिटल में <div><br></div><div>सूरज की रोशनी हल्की हल्की खिड़की पर लगे शीशे में से

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धर्म प्रेमिका (भाग - 15) तरुण 💕 मधुरा स्पेशल पार्ट

21 सितम्बर 2021
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<div>तरुण और जय वहीं सोफे पर बैठ गए और मधुरा तृषा को बुलाने उसके रूम की तरफ चली।</div><div><br></div

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धर्म प्रेमिका (भाग -16)

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सिटी हॉस्पिटल <div><br></div><div>शाम का 5 बज चुका था , धरा अपने कैबिन से बाहर निकली अचानक किसी

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धर्म प्रेमिका (भाग -17)

22 सितम्बर 2021
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<div><u><b><br></b></u></div><div><u><b><br></b></u></div><div><u><b>कहानी फ़्लैशबैक की 🤗🤗</b></u>

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धर्म प्रेमिका (भाग -18) पिया 💕 अजीत

24 सितम्बर 2021
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<div>अजीत के कहे शब्द अभी भी पिया के कानों में गूंज रहे थे उसकी आंखो से आंसू लगातार बह रहे थे ,&nbsp

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धर्म प्रेमिका (भाग - 19) मृत्युंजय 💕 तृषा

24 सितम्बर 2021
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कहानी फ्लैशबैक की <div><br></div><div><br></div><div>अजीत और पिया ने मुस्कराते हुए तृषा की तरफ

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धर्म प्रेमिका (भाग - 20)

27 सितम्बर 2021
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तृषा कुछ ना बोल सकी जय की पीठ पर उसने शर्ट को कस के पकड़ लिया और अपना मुंह जय के सीने में पूरी थे छु

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धर्म प्रेमिका (भाग - 21) जय 💞 तृषा 👉 शादी स्पेशल

27 सितम्बर 2021
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अजीत वहां से जा चुका था और तरुण फिर से अपनी किताबों में उलझ गया ।<div><br></div><div><br></div><div>

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धर्म प्रेमिका (भाग -22)

28 सितम्बर 2021
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तृषा की आंखे अब भी झुकी हुई थी उसके चेहरे पर एक सुकून भरी मुस्कान थी , इससे पहले कोई वहां आता जय वाप

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धर्म प्रेमिका (भाग- 23)

2 अक्टूबर 2021
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तृषा ,,, तुम्हे अजीत हाथ पकड़ना हंस हंस के बाते करना अच्छा लगता है ,,,। पर अपने पति का छूना बर्दाश्त

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धर्म प्रेमिका (भाग - 24)

2 अक्टूबर 2021
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5 सालों बाद जय वापस आया तो वर्दी के साथ अपनी तृषा के लिए और आज वो उसी की वजह से बेसुध बिस्तर पर पड़ी

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धर्म प्रेमिका (भाग -25)

2 अक्टूबर 2021
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धर्म प्रेमिका (भाग - 26)

2 अक्टूबर 2021
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तृषा किचन में चली गई और मधुरा की हेल्प करने लगी ।<div><br></div><div>तरुण वाशरूम से बाहर चुका था , ज

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धर्म प्रेमिका (भाग - 27)

3 अक्टूबर 2021
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<div>जय ने तरुण को फिर गले से लगाया उसके बाद उसे समझाते हुए कहा ,, सोच समझ ले फिर कोई फैसला ले मैं त

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धर्म प्रेमिका (भाग - 28)

5 अक्टूबर 2021
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तरुण ने मधुरा को बेहोशी की हालत में ही गोद में उठाया और अपनी जीप में डालकर तुरंत राठौर मेंशन क

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धर्म प्रेमिका (भाग - 29)

5 अक्टूबर 2021
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अजीत वहां से निकल लेता है अपने शहर भोपाल की तरफ ।<div><br></div><div><b><u>हॉस्पिटल में</u></b

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धर्म प्रेमिका (भाग - 30)

5 अक्टूबर 2021
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तरुण फोन काट देता है , फिर खुद से ही बड़बड़ाते हुए, <div><br></div><div>बहुत ज़िद्दी है , नही प

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धर्म प्रेमिका (भाग - 31)

7 अक्टूबर 2021
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अजीत ने धरा को धीरे से खुद से दूर करते हुए कहा।<div>धरा हमे चलना चाहिए ,,, रात भी हो चुकी है और बारि

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धर्म प्रेमिका (भाग - 32)

7 अक्टूबर 2021
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पिया - धोखे से हां मैं बहुत अच्छे से जानती हूं तुम जैसे लड़कों को,,। आइंदा कभी मेरे सामने मत आना वरन

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धर्म प्रेमिका (भाग - 33)

10 अक्टूबर 2021
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अब तक आपने पढ़ा कि जय धरा से मिलने दूसरे शहर गया है जहां वो अपने कॉलेज फ्रेंड अजीत से भी मिला <

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धर्म प्रेमिका (भाग - 34)

10 अक्टूबर 2021
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अब तक आपने पढ़ा कि मृत्युंजय को धरा और अजीत के प्यार के बारे में सब पता चल जाता है और वो बहुत उलझन म

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धर्म प्रेमिका (भाग - 35)

10 अक्टूबर 2021
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तृषा तुरंत जय को धक्का देकर अपने रूम में भाग गई और जय मुस्कुराता रह गया।<div><br></div><div><br></di

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धर्म प्रेमिका (भाग - 36)

10 अक्टूबर 2021
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<div>आर्यन - तृषा ने ये बात शिव्या को बताई शिव्या ने मुझसे बात की और मैने पापा से बात करके ये रिश्ता

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धर्म प्रेमिका (भाग -37)

10 अक्टूबर 2021
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मिहिर और तरुण एक साथ अपने अपने घर चले गए टाइम से जय के यहां भी पहुंचना था उन्हे ।<div>तरुण जय के घर

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धर्म प्रेमिका (भाग - 38)

11 अक्टूबर 2021
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<div>तृषा ने गेट के पास जाकर गेट खोला और पलट कर जय की तरफ देखा तो जय ने ना में अपना सर हिला दिया उसक

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धर्म प्रेमिका (भाग - 39) जय 💞 तृषा का मिलन

11 अक्टूबर 2021
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पिया की छुअन मिहिर को जानी पहचानी लगी उसके दिल से फिर वही आवाज आई "रैना"<div><br></div><div>पिया के

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धर्म प्रेमिका (भाग - 40)

11 अक्टूबर 2021
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जय ने तुरंत कॉल डिस्कनेक्ट किया और भागते हुए सीधा अपने रूम में पहुंच गया उसने तरुण की मदद से मिहिर क

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धर्म प्रेमिका (भाग 41)

13 अक्टूबर 2021
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मिहिर तरुण के साथ रहने लगा इस तरह मिहिर तरुण और जय की दोस्ती और गहराती चली गई ।<div><br></div><div>द

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धर्म प्रेमिका (भाग - 42)

13 अक्टूबर 2021
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मधुरा तरुण ने सीने से लग गई और तुरंत ही वहां स्नोफॉल होने लगा , मधुरा उस बर्फबारी को देख कर बेहद खुश

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धर्म प्रेमिका ( भाग - 43)

14 अक्टूबर 2021
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चारों शिमला से फिर वापस भोपाल लौट आए , मधुरा ने तरुण को पूरी तरह से इग्नोर करना शुरू कर दिया। वही तर

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धर्म प्रेमिका (भाग - 44)

14 अक्टूबर 2021
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<div>कुछ देर में तरुण और मिहिर भी सबके साथ खाना खाकर घर अपने घर चले गए ।</div><div><br></div><div>तृ

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धर्म प्रेमिका (भाग- 45) 👉 मिहिर का अतीत

16 अक्टूबर 2021
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तरुण मिहिर से अलग हुआ बिस्तर पर लेट गया मिहिर ने अपनी आंखों के कोरों को साफ किया और फिर वो भी लेट गय

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धर्म प्रेमिका (भाग - 46)

18 अक्टूबर 2021
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रात का साढ़े नौ बजा था अजीत , तरुण और मिहिर तीनों ने डाइनिंग पर बैठे खाना खा चुके थे ।<div><br></div

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धर्म प्रेमिका (भाग- 47)

18 अक्टूबर 2021
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अजीत और तरुण ने मिहिर को सीने से लगा लिया। <div>मिहिर ,, ऊपर वाले ने जो किस्मत में लिखा है वो ब

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धर्म प्रेमिका (भाग- 48)

27 अक्टूबर 2021
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मिहिर उसकी बात सुने बिना पूरी तरह उसे इग्नोर करके वहां से चला गया और सीधा राठौर मेंशन से बाहर निकल ग

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धर्म प्रेमिका (भाग - 49)

27 अक्टूबर 2021
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मिहिर ने वापस उसकी गोद में अपना सर रख लिया पिया उसके बालो में हाथ फेरने लगी और कुछ देर में मिहिर को

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धर्म प्रेमिका (भाग - 50)

3 नवम्बर 2021
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<div>तैयारियों में लग गए ।</div><div><br></div><div>गार्डन एरिया में ही सारी तैयारियां की जा रही थी

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धर्म प्रेमिका (भाग - 51) शादी स्पेशल 💞💞💞💞

12 नवम्बर 2021
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मेंहदी की रस्म पूरी हो गई ,, । इधर मिहिर की नज़रें हर वक्त पिया पर थी , लेकिन पिया ने उस पर ध्यान नह

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धर्म प्रेमिका (भाग - 52)

14 नवम्बर 2021
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धरा और मधुरा की विदाई हो गई थी राठौर मेंशन से तृषा तृषा , पिया, और जय पहले से तरुण के घर पहुंच

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धर्म प्रेमिका (भाग - 53)

14 नवम्बर 2021
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धनंजय जी ने धीरे से जय को खुद से अलग किया और उसके आंसू पोंछते हुए कहा , <div>जा जाकर आराम कर अब

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धर्म प्रेमिका (भाग - 54)

14 नवम्बर 2021
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तरुण और जय अपने अपने घर की तरफ निकल लिए इस बात से अनजान कि दो आंखे उन्हे देख रही थी , उन पर नजर रखे

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धर्म प्रेमिका (अंतिम भाग )

14 नवम्बर 2021
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जय पुलिस स्टेशन में ही था अभी तक , अचानक जय का फोन वाइब्रेट हुआ ,,, स्क्रीन पर मधुरा फ्लैश हो रहा था

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लेख पढ़िए