दिल्ली : जिगोलो बनने का नशा एक डॉक्टर पर ऐसा चढ़ा कि जाल में फंसकर हजारों रुपये गंवा बैठे. दरअसल शिकार हुए डॉक्टर की नजर कुछ इंग्लिश न्यूजपेपर्स में मेल एंड फीमेल के लिए एस्कॉर्ट सर्विस देने वाले विज्ञापनों पर पड़ गई उन्होंने विज्ञापनों के नीचे दिए गए मोबाइल नंबर पर कॉल किया. उधर से जो बातचीत हुई उसमें कुछ घंटे 'काम' के बदले भरपूर मजां व 'दाम' मिलने का ऑफर दिया मिला.
इसके बाद डॉक्टर को जिगोलो बनाने का लालच देकर डॉक्टर साहब से काफी रकम ठग ली गई. डॉक्टर को को जब ठगी का अहसास हुआ तो शर्मिंदगी की वजह से पहले वह पुलिस में जाने से बचते रहे, लेकिन आखिरकार उन्होंने नॉर्थ रोहिणी थाने की पुलिस में पूरा ब्योरा देकर शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
ठगी का शिकार बने डॉक्टर अपने परिवार के साथ रोहिणी सेक्टर 7 में रहता हैं. अपने बयान में उन्होंने बताया कुछ समय पहले उन्होंने एक न्यूजपेपर में एक ऐड देखा. इसमें एस्कॉर्ट बनकर ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने की बात लिखी गई थी. ऐड के नीचे जो नंबर दिया गया था, उस पर उन्होंने कॉल किया. दूसरी तरफ से एक युवती ने कॉल अटेंड किया.
बातचीत के दौरान उस युवती ने एस्कॉर्ट सर्विस के लिए यंग होने के साथ ही मजबूत और कसी कद काठी वाले शरीर और सर्विस की शर्तें बताईं. इसके बाद युवती ने डॉक्टर को कहा कि वह खुद की उम्र के बारे में डीटेल और आकर्षक तस्वीरें वॉट्सऐप पर भेज दें. उसके बाद युवती ने कहा कि मेल एस्कॉर्ट बनने के लिए वन टाइम पेमेंट देकर मेंबर बना जा सकता है.
मेंबरशिप फीस 5 हजार की मांगी. मेंबर बनने के बाद उनके पास हाईप्रोफाइल और अमीर घरानों के क्लायंट्स से कॉल आने लगेंगे. एक रात के या कुछ घंटे के पेमेंट में से एस्कॉर्ट सर्विस कंपनी एक तिहाई हिस्सा कमिशन लेगी.
डॉक्टर ने युवती के बताए सभी नियम और शर्तों पर हामी भर दी. लगे हाथ अकाउंट में 5 हजार ट्रांसफर कर दिए. युवती ने फिर से कॉल किया और कहा कि फाइव स्टार होटल में क्लायंट के पास जाने का चार्ज 14 हजार और देना होगा. डॉक्टर ने 14 हजार भी ट्रांसफर कर दिए. कई दिन गुजर गए, पर क्लायंट के लिए कोई कॉल नहीं आई.
डॉक्टर ने उस नंबर पर बार बार फोन लगाया. युवती ने एक बार फिर बात की और 3500 रुपये सर्विस चार्ज की मांग की. डॉक्टर ने युवती से अपना सारा कैश वापस मांगा. इसके बाद युवती ने वॉट्सऐप और सभी तरह के कॉन्टेक्ट ब्लॉक कर दिए. कुछ दिन चुप रहने के बाद आखिरकार डॉक्टर ने सबूत, बैंक डिटेल के साथ पुलिस में केस दर्ज करा दिया.