नई दिल्ली : देश में नोटबंदी के दौरान डिजिटल पेमेंट में खूब बढ़ोतरी देखी गई थी लेकिन जैसे ही बैंकों में पर्याप्त मात्रा में नोट आये लोगों ने फिर इसका इस्तेमाल करना कम कर दिया। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय रिजर्व बैंक ने एक बार फिर से नोटों की सप्लाई पर इसलिए रोक लगा दी है ताकि लोग डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा करें।
रिपोर्ट के अनुसार आरबीआई ने नोट फ्लो में 25 फीसदी की कमी की है। 31 मार्च को खत्म हुए हफ्ते में कैश सर्कुलेशन 32,470 करोड़ रुपये से घटकर 22,190 करोड़ रुपये पर आ गया है। नोटबंदी के बाद यह आंकड़ा हर हफ्ते करीब 33,000 करोड़ रुपये था।
नोटबंदी के बाद सरकार ने पेमेंट के लिए डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल करने की बात कही थी। सरकार ने इस अभियान को कैशलेस नाम दिया था। इस अभियान का असर भी दिखा। कुछ दिन पहले आरबीआई ने कहा था कि 24 मार्च को समाप्त सप्ताह में नकद निकासी घटकर 32 हजार 500 करोड़ रुपये रह गई।
यह 13 जनवरी को समाप्त सप्ताह में 52 हजार 800 करोड़ रुपये थी। इसके बाद कई एटीएम में कैश की कमी से जूझ रहे हैं। कई बैंकों में बीते 10 दिनों से आरबीआई से करेंसी नहीं भेजे जाने की खबर है। हालाँकि सरकार डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए नए-नए रास्ते ढून्ढ रही है।