नई दिल्ली: सीएम अखिलेश यादव की पत्नी और सांसद डिंपल यादव ने जौनपुर के शाहगंज में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और बसपा सुप्रीमो मायावती पर जमकर निशाना साधा. डिंपल यादव ने न केवल शाह के कसाब का मतलब बताया बल्कि पीएम मोदी के रमजान और दिवाली वाले बिजली वाले बयान पर पलटवार करते हुए उन पर बिजली को हिंदू-मुसलमान बनाने का आरोप लगाया. डिंपल ने कहा कि कांग्रेस से गठबंधन क्या हो गया इन्हें दर्द होने लगा. डिंपल यादव ने कांग्रेस और सपा के गठबंधन पर विपक्ष के सवालों का भी जवाब दिया. डिंपल ने कहा कि जो गठबंधन पर सवाल उठा रहे हैं वो रक्षाबंधन की बात न भूलें. डिंपल ने कहा कि बुआ जी राखी लेकर तैयार खड़ी हैं.
नोटबंदी पर डिंपल यादव की दमदार चोट
डिंपल यादव ने नोटबंदी के मुद्दे पर भी मोदी सरकार को घेरा. डिंपल ने तंज कसते हुए कहा कि सरकार कालाधन तो वापस नहीं लाई लेकिन दो हजार का चूरन छाप नोट आ गया. डिंपल ने ये भी कहा कि चूरन छाप दो हजार के नोट पर भी हाथी-कमल साथ-साथ हैं.
डिंपल ने वाराणसी की बिजली का मुद्दा उठाते हुये कहा कि काशी में बिजली को लेकर काशी के सांसद ने अभी तक मां गंगा की कसम नहीं खाई है. दरअसल, मोदी के रमजान और दिवाली में बिजली वाले बयान के बाद से कभी अखिलेश तो कभी डिंपल उन्हें घेरते हुये उन्हें गंगा की कसम खाने का सवाल कर रहे हैं. अखिलेश का कहना है कि मोदी जी कसम खाकर बताएं कि काशी में 24 घंटे बिजली आती है या नहीं. इसके अलावा डिंपल ने अमित शाह को आड़े हाथों लेते हुये उनके कसाब वाले बयान पर कसाब का नया मतलब समझाते हुये क से कंप्यूटर, स से स्मार्टफोन और ब से बच्चों की बात की. ग़ौरतलब है कि अमित शाह ने कसाब का ज़िक्र करते हुये क से कांग्रेस, स से समाजवादी पार्टी और ब से बसपा समझाया था. जिसके जवाब में डिंपल यादव ने इस का जवाब अफने ही जुदा अंदाज़ में दिया.