नई दिल्ली: गुजरात के सूरत में एक युवक के ब्लड ग्रुप ने दुनियाभर के डॉक्टरों को हैरान कर दिया है। क्योंकि उसका ब्लड ग्रुप A, B, O, AB में से एक से भी मैच नहीं करता है। डॉक्टरों का कहना है कि दुनिया में किसी भी इंसान का ब्लड ग्रुप ऐसा नहीं है। यह युवक न तो किसी को ब्लड डोनेट कर सकता है, न ही किसी का ब्लड ले सकता है। डॉक्टरों ने इस नए ब्लड ग्रुप का नाम INRA रखा है। डॉक्टर युवक के ब्लड पर अभी और रिसर्च कर रहे हैं।
बता दें कि युवक के ब्लड टेस्ट को सबसे पहले सूरत के लोक समर्पण रक्तदान के डॉक्टरों ने टेस्ट किया था। इसमें डॉ.सनमुख जोशी, डॉ. किंजल मेंदपरा और अंकिता शेलडिया शामिल थे। उन्होंने इसके सैंपल को वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) भेजा। जहां जांच में उसका कोई ब्लड ग्रुप नहीं मिला। लेबोरेटरी ने इस नए ब्लड ग्रुप को सर्टिफाई किया है। हालांकि डॉक्टरों ने इस अनूठी घटना और रिसर्च के चलते युवक की पहचान को छिपा कर रखा है। बता दें कि लैब ने जांच के बाद इसे सबसे अनूठा व इकलौता ब्लड ग्रुप माना है।
दुनिया में सात रेयर ब्लड ग्रुप हैं। मेडिकल भाषा में इन्हें ‘COLTOL’ कहते हैं। इनमें से एक इंडिया में है। इसके अलावा बॉम्बे ब्लड ग्रुप है जो सात हजार में से किसी एक के पास होता है। हालांकि, रिसर्च के कारण डॉक्टरों ने युवक की पहचान उजागर नहीं की है। डॉक्टर युवक के ब्लड पर अभी और रिसर्च कर रहे हैं। इसके अलावा उसके परिवार के सदस्यों के ब्लड ग्रुप की भी जांच की जा रही है।
डॉ. सनमुख जोशी बताते हैं, "हम युवक के ब्लड ग्रुप पर अभी कुछ और रिसर्च कर रहे हैं। यह ब्लड क्यों सबसे अलग है? कैसे बना है? युवक की फैमिली के सभी मेंबर्स के ब्लड की भी जांच कर कर रहे हैं। अभी तक मानव शरीर में चार प्रकार के ब्लड ग्रुप ही ज्ञात हैं। A, B, O एवं AB। युवक के ब्लड को हमने डब्ल्यूएचओ लेबोरेटरी भेजा था।