नई दिल्ली : यूपी में अपने बड़बोले बयानों को लेकर सुर्ख़ियों में बने रहने वाले समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आज़म खान आखिरकार चापलूसी करने में कामयाब हो ही गए. यही नहीं सपा कुनबे में पिछले दिनों चल रहे बाप - बेटे के घमासान में डबल रोल अदा करने वाले आज़म के बेटे को सपा ने रामपुर जिले की स्वार टांडा सीट से टिकट दे दिया.
दीपक सिंघल को लेकर अखिलेश क्यों अड़े थे पिता से ?
गौरतलब है कि पिछले दिनों खनन मंत्री गायत्री प्रजापति को जब सीएम अखिलेश यादव ने नेताजी मुलायम सिंह यादव के फोन आने पर मुख्यसचिव दीपक सिंघल को हटा दिया था. लेकिन बाद में जब मुलायम को सच्चाई सामने आने पर अपनी गलती का अहसास हुआ तो उन्होंने अखिलेश को यह आदेश दिए कि सिंघल का स्थानांतरण रोक दिया जाये. लेकिन अखिलेश नहीं माने थे.
आज़म करना चाहते थे अमर से पुराना हिसाब चुकता
सूत्रों के मुताबिक इसकी वजह यह थी कि नगर विकास मंत्री आज़म खान ने अपने पुराने हिसाब- किताब को चुकता करने के लिए अमर सिंह के खिलाफ सीएम अखिलेश यादव को भड़काकर बाप मुलायम सिंह यादव और बेटे अखिलेश यादव के टकरार बढ़ा दी थी. जिसके चलते बाप-बेटे के बीच तनातनी आग की लपटों की तरह सत्ता के गलियारे में जलने लगी थी. यहां तक कि अखिलेश ने अपनी अलग पार्टी तक बनाने कि थान ली थी.
अखिलेश को अमर के खिलाफ आज़म ने भड़काया
सूत्रों के मुताबिक आज़म खान ने अखिलेश को अमर सिंह के खिलाफ यह कहकर भड़काया था कि उनके चाचा शिवपाल और अमर सिंह ग्रेटर नोएडा के दो बड़े ठेके अपने चहेतों को दिलवाने जा रहे हैं. और उनके इस काम में मुख्य सचिव दीपक सिंघल की खास भूमिका है. इसको लेकर चाचा शिवपाल और भतीजे सीएम अखिलेश के बीच तलवारें खींच गयीं थीं. मामला इतना बढ़ गया था कि मुलायम को हस्तक्षेप करना पड़ गया था. लेकिन जब अखिलेश ने उनकी भी नहीं सुनी तो मुलायम से उनकी भी दूरियां बढ़ गयीं.
आज़म के बेटे और बसपा नेता नसीमुद्दीन के भाई को टिकट
फिलहाल अपने निजी स्वार्थ के चलते सपा कुनबे में चिंगारी फूंकने वाले आज़म के बेटे को आखिरकार सपा ने टिकट दे दिया है. शनिवार को समाजवादी पार्टी ने अपने 23 प्रत्याशियों की सूची जारी करते हुए रामपुर जिले कि स्वार टांडा विधानसभा सीट से आज़म खान के बेटे अब्दुल्ला आज़म को प्रत्याशी घोषित किया है. यही नहीं सूबे में अपनी धुर विरोधी बसपा पार्टी के बड़े नेता नसीमुद्दीन सिद्दीक़ी के भाई हशमुद्दीन सिद्दीकी को टिकट दिया है.