साहित्य के वृहत सागर में एक ओस की बूंद, जिसके सपने बहुत बड़े हैं और पंख छोटे। छोटे पंखों के साथ अपना आसमान खोज रही हूँ।
प्रकाशित पुस्तकें:
- अभिव्यक्ति या अंतर्द्वंद
- 'राम वही जो सिया मन भाये' D
किसी भी विषय को देखने का लेखिका का एक अलग ही नजरिया है, जिससे हास्य का जन्म तो होता है पर वह सोचने को मजबूर करता है।
किसी के माथे पर चिंता की लकीर डालना आसान है,
पर मुख पर मुस्कराहट की रेखा खींचना मुश्किल।।
मुस्कराकर सोचने को मजबूर होने के लिए पढ़े-
"गीता की उल्टी ज्ञान गंगा"