नई दिल्ली: हरियाणा सरकार राज्य में खेल ो को बढ़ावा देने के लिए नई ‘खेल नीति’ बनाने की योजना बना रही है। सरकार की ओर से प्रदेश के सभी महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में जल्द लागू की जायेगी। इसके लिए 10 दिसम्बर तक उच्चतर शिक्षा से जुड़े बुद्धिजीवियों से सुझाव आमंत्रित किए गए हैं।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि वैसे तो देश एवं प्रदेश में राष्ट्रीय व राज्यस्तरीय खेल नीतियां बनाई गई हैं लेकिन उच्चतर शिक्षा विभाग ने महसूस किया है कि इन नीतियों में हरियाणा उच्चतर शिक्षा विभाग का कोई विशिष्ट संदर्भ नहीं दिया गया है। जबकि हरियााणा के महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों के खिलाड़ी आजकल अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का खूब लोहा मनवा रहे हैं।
गुणवत्तापरक खेल नीति बनाने के लिए उच्चतर शिक्षा विभाग ने राज्य विश्वविद्यालयों के कुलपतियों, सरकारी व गैर-सहायता प्राप्त महाविद्यालयों के प्रिंसिपलों को पत्र लिखकर बहुमूल्य सुझाव आमंत्रित किए हैं। महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में खेलों को और अधिक प्रोत्साहित करने के लिए खेल नीति बनाने की दिशा में कदम उठाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि खेल से जुड़ी हस्तियों से यह भी सुझाव मांगे गए हैं कि वर्तमान खेल सुविधाओं, संसाधन तथा ग्रांट में क्या कुछ तबदीलियां करने की जरूरत है। इसके अलावा, प्राइवेट सैक्टर की पार्टनरशिप, स्पोर्टस लीडर के रिफ्रेसर कोर्स आदि बारे सुझाव नई खेल नीति के लिए मांगे गए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने प्रदेश में नए निजी स्कूल खोलने और वर्तमान निजी स्कूलों का दर्जा बढ़ाने की अनुमति के लिए ऑनलाइन आवेदन की एक नई प्रक्रिया शुरू की है।