नई दिल्ली: ठगों ने बैंक के एटीएम से नो ट्रांस्क्शन की रसीद लेकर ठगी का ऐसा मकड़ जाल बुना जिसे शायद ही कभी पकड़ा जा सकता था। इस बात का खुलासा मंगलवार को पकड़े गए पांच ठगों ने पूछताछ में किया है। ठगी करने में कानपुर के समीप स्थित एक गांव के करीब 1000 लड़के शामिल हैं।
बैंक ने किए 100 एटीएम बंद
दरअसल ठग एक ही कंपनी के एटीएम पर टारगेट कर रहे हैं। इनके पकड़े जाने के बाद ग्वालियर-चंबल संभाग में इंडियन ओवरसीज बैंक प्रबंधन ने इस कंपनी के 100 एटीएम अस्थायी रूप से बंद कर दिए हैं। इनके पास एक ऐसा मास्टर स्ट्रोक था जिसके ज़रिये ये बिना किसी गड़बड़ी के पैसे निकालकर वापस अकाउंट में बैंक के ज़रिये ही डलवालेते थे। इनको पकड़ना लगभग नामुमकिन सा था।
कैसे निकालते नो ट्रांसक्शन रसीद के साथ रुपए
हैकर्स ने बताया कि वह कार्ड डालकर कुछ समय के लिए रुपए निकालने वाली मशीन को रोक लेते थे।जिससे एटीएम से नो ट्रांजेक्शन की रसीद निकल आती थी और कुछ देर बाद वह उससे अपने रुपए निकाल लेते थे। इसके बाद बैंक में जाकर रसीद और मोबाइल में आए मैसेज को दिखाकर रुपए वापसी की मांग करते थे। इसके बाद बैंक उनके खाते में रुपए वापस भेज देता था। पकड़े गए ठगों ने कई खुलासे किए हैं। एसपी हरिनारायण चारी मिश्रा ने कहा कि पुलिस टीम मास्टरमाइंड ठग की गिरफ्तारी के लिए कानपुर भेजी जाएगी।