नई दिल्लीः तीन तलाक से पीड़ित महिलाओं की संख्या बढ़ती ही जा रही है। गोंडा में एक महिला को उसके शौहर ने सिर्फ इस वजह से तलाक दे दिया, क्योंकि उसके गर्भ में बेटी पल रही थी. अब यह पीड़ित महिला न्याय के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ से मदद की गुहार लगा रही है.
मिलिए नई शिकार महिला से
तीन तलाक की शिकार इस महिला का नाम तबस्सुम है. तबस्सुम का मायका जिले के बड़गाव मोहल्ले में है. अपना दर्द बयां करते हुए तबस्सुम ने बताया कि उसकी शादी 17 अप्रैल 2013 को बहराइच जिला निवासी इस्माईल के साथ हुई थी.
उसने बताया, “शादी के कुछ दिन तक तो सब ठीक चलता रहा, लेकिन बाद में मेरे पति मुझे मारने-पीटने लगे. उसी दौरान मैं प्रेग्नेंट हो गई. अल्ट्रासाउंड से पता चला कि मेरे गर्भ में बेटी है.”
“बेटी की बात पता चलते ही उन्होंने कहा लड़की नहीं लड़का चाहिए और फिर मुझे मेरे मायके लाकर छोड़ गए. मायके में ही मेरी बेटी का जन्म हुआ, जिसके फौरन बाद मेरे पति ने मुझे फोन पर तीन तलाक दे दिया और मेरी जेठानी की बहन से निकाह कर लिया.”
योगी से लगाई न्याय की गुहार
पीड़ित महिला ने न्याय के लिए अधिकारियों की चौखट पर फरियाद भी की, लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी. अब जब केंद्र और उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार है और तीन तलाक पर धर्म गुरु, न्यायालय, सरकारें और समाज संजीदा दिख रहा है तो पीड़ित महिला ने भी सीएम योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है. तबस्सुम का कहना है कि अब वह बेसहारा है. मायके में उसकी एक बहन भी है जिसकी शादी होनी है. मायके में परिवार की माली हालत भी खराब है. पिता मजदूरी करते हैं और मैं भी उन पर एक बोझ हूं. महिला के मुताबिक, वह कमिश्नर और डीआईजी से भी मिली पर उसे कहीं न्याय नही मिला. अब उसे योगी जी से ही उम्मीद है.