नई दिल्ली: गरीबी की इंतिहां क्या होती है ये कोई राजस्थान के टोंक जिले में रहने वाले दंपति से पूछे। साहूकार का 20000 रूपये का कर्ज नहीं चुका पाए तो अपने जिगर के टुकड़े को गिरवी रख दिया। अपने 6 महीने के बेटे को गिरवी रखने के बाद से दंपति गायब है।
क्या था पूरा मामला
कुछ महीने पहले दंपति ने एक साहूकार से 20000 रुपये का कर्ज लिया था। बच्चे के मां-बाप कर्ज में डूबे हुए थे इसलिए बच्चे को गिरवी रख दिया। साहूकार बालूराम मोग्या ने कुछ दिन तक इस बच्चे को अपने घर में रखा लेकिन जब इसके माता-पिता नहीं लौटे तो इसकी जानकारी टोंक पुलिस को दी। पुलिस ने साहूकार के घर से बच्चे को लेकर जिला बाल कल्याण समिति में रखवा दिया।
मासूम के माता-पिता की तलाश कर रही है पुलिस
कुछ स्थानीय लोगों के मुताबिक साहूकार ने जब पैसे को लेकर सख्ती दिखाई तो बच्चे के मां-बाप मासूम को सेठ के घर छोड़कर चले गए। उसके बाद से लगातार वह उसके माता-पिता को ढूंढते रहे पर कहीं भी उनका पता नहीं चला। साहूकार ने बताया कि वो कमाने खाने वाले लोग हैं। पूरे प्रदेश में घूम-घूम कर मजदूरी करते हैं। घटना के बारे में पुलिस को जानकारी दे दी गई है। जिसके बाद से पुलिस इनके माता-पिता की तलाश कर रही है।