नई दिल्लीः पिछले पांच दिनों से लापता जेएनयू के छात्र नजीब अहमद की मां फातिमा का कैंपस पहुंचकर दुख से रोने की जब फुटेज टीवी चैनलों पर चली तो केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह पसीज उठे। उन्होंने तुरंत गृहमंत्रालय को एसआइटी गठित कर छात्र को खोज निकालने का निर्देश दिया है। उधर छात्र का अब तक पता न लगने पर जेएनयू प्रशासन के खिलाफ छात्रों में गुस्सा है। नजीब शुक्रवार को कुछ छात्रों से विवाद के बाद कैंपस से अचानक लापता हो गया था।
मुझे मेरे बच्चे का चेहरा दिखा दीजिए...
नजीब के गायब होने पर यूपी के बांदा जिले से मां फातिमा जेएनयू कैंपस पहुंची हैं। यहां बेटे को याद कर बार-बार रो उठतीं हैं। कहतीं हैं कि-मुझे एक बार मेरे बच्चे का चेहरा दिखा दीजिए। इसके बाद आप चाहे तो एक महीने के लिए रख लीजिए। मैं एक शब्द भी नहीं कहूंगी। लेकिन एक बार मुझे दिखा दीजिए। फातिमा ने कहा कि मैं बहुत छोटी सी जगह से हूं, मैं अपने बच्चे को सुरक्षित देखना चाहती हूं। मुझे नहीं पता कि उसने कुछ खाया भी है भूखा है। फातिमा ने कहा कि 14 अक्टूबर की रात बेटे नजीब का परेशानी भरी कॉल आई थी। वह बहुत घबराया लग रहा था। फातिमा ने सभी से अपने बच्चे को खोजने की गुहार लगाते हुए कहा कि वह यूपी के बदायूं जैसी छोटी जगह से बच्चे को पढ़ने के लिए भेजा था। मगर पता नहीं था कि जेएनयू जी का जंजाल बन जाएगा।
केस में लापरवाही बर्दाश्त नहीं
गृहमंत्रालय के एक वरिष्ठ अफसर ने इंडिया संवाद को बताया कि जेएनयू में छात्रों की ओर से पूरी रात कुलपति, कुलसचिव को बंधक बनाने के उग्र प्रदर्शन के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह गंभीर हो गए। उन्होंने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को मामले में तलब किया। कहा कि किसी भी कीमत पर छात्र को जल्द खोज निकालो। इसके लिए विशेष जांच दल(एसआइटी) गठित भी की जाए। आखिर एसआइटी किस दिन काम आएगी। सभी की निगाह छात्र के लापता होने पर है। ऐसे में छात्र को सकुशल ढूंढ निकालना बहुत जरूरी है।