जमशेदपुर : यहां मानगो स्थित जेकेएस कॉलेज समय दोपहर करीब 2.50 बज रहे थे.11वीं की परीक्षा पहले तल्ले पर चल रही थी. नीचे के मुख्य गेट पर ताला जड़ा है. अंदर कौन-क्या कर रहा है, किसी को खबर नहीं.
हर छात्र को पास कराने के 1600-1600 रुपए लिए गए
पहली मंजिल पर जाने वाली सीढ़ी के चैनल गेट पर एक और ताला लगा. आवाज लगाई लेकिन गेट खोलने वाला कोई नहीं. ऊपर के तल्ले से बार-बार एक शिक्षक आकर जायजा ले रहे थे. करीब 10-15 मिनट बाद गार्ड आया. ताला लगाने का कारण पूछा तो बोला, हमें साहब जो आदेश देंगे वहीं करेंगे. अंदर पहुंचे तो छात्रों से तीन हॉल खचाखच भरे मिले. तीन शिक्षक ड्यूटी पर मिले. एक कर्मचारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर परीक्षा केंद्र की हकीकत बताई. वह बोला यहां रुपए लेकर सब खेल चल रहा है. हर छात्र को पास कराने के 1600-1600 रुपए लिए गए हैं. 500-500 रुपए तीन शिक्षकों ने बांटा. क्लर्क के हिस्से में 100-100 रुपए आया. शिक्षकों से जब गेट पर ताला लगाने का कारण पूछा गया तो बोले- कोई बाहरी लोग जाए इसलिए ऐसा किया जा रहा है.
गाइड देखकर लिख रहे थे स्टूडेंट
नकल रोकने की पहली जिम्मेदारी वैसे तो उस केंद्र की होती है जहां परीक्षा हो रही होती है. मानगो स्थित जेकेएस कॉलेज में वहां के शिक्षक ही इसमें लिप्त नजर आए. यहां परीक्षार्थी गाइड लेकर पहुंचे थे और देखकर लिख रहे थे. कोई बाहरी व्यक्ति या विभागीय पदाधिकारी आकर नकल को पकड़ ले, इसके लिए कॉलेज के मुख्य गेट को बंद कर दिया गया था. जैक के निर्देश के तहत परीक्षा के दौरान किसी भी कॉलेज का मुख्य गेट बंद नहीं किया जा सकता है. कुछ छात्रों ने बताया कि नकल के लिए परीक्षार्थियों से पैसा वसूला गया.
कागजों तक सिमटे कड़े नियम
जैक के आदेश के तहत 11वीं की परीक्षा में पेन, प्रवेशपत्र ज्यामेट्री बॉक्स के अलावा केंद्र के अंदर कुछ भी नहीं ले जा सकते. छोटे बेंच पर दो बड़े पर तीन परीक्षार्थी से अधिक नहीं बैठना चाहिए. परीक्षा केंद्र में प्रवेश के समय सभी परीक्षार्थियों की गहन जांच होनी चाहिए.