नई दिल्ली : करोड़ों के NRHM घोटाले में फंसे बहराइच से कांग्रेस के विधायक मुकेश श्रीवास्तव ने गुरुवार को समाजवादी पार्टी की सदस्यता अपने दर्जनों समर्थकों के साथ ग्रहण कर ली. सपा के लोग इसे अपनी बड़ी सफलता मान रहे हैं. जबकि सपा के विरोधी दलों के नेताओं का कहना है कि दागी को पार्टी में शामिल कर सपा सूबे की जनता को क्या संदेश देना चाहती है.
सत्ता का मोह लेकर सपा में शामिल हुए मुकेश
यह बात अब सूबे की जनता भी भलीभांति जान चुकी है. इसलिए MLA मुकेश श्रीवास्तव के सपा में शामिल होने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस छोड़कर आये विधायक मुकेश भी यह बात अच्छी तरह से जानते है कि यूपी में उनकी पार्टी की सरकार बनने वाली नहीं. लेकिन सपा अगर दोबारा सत्ता में आ जाती है तो कम से कम उन्हें सत्ता का सुख तो भोगने के लिए मिल जायेगा.
कांग्रेस को लगा झटका
हालाँकि लोग मुकेश के सपा में शामिल हो जाने से कांग्रेस के लिए एक और बड़ा झटका मान रहे है. लेकिन NRHM घोटाले में मुकेश के फंसने के बाद कांग्रेस उन्हें दागी MLA मान रही है. उसका मानना है की दागी लोग कहीं भी जाएँ उसकी कोई फ़िक्र उन्हें नहीं. मालूम हो कि कुछ समय पहले हुए राज्यसभा और विधान परिषद के चुनाव में क्रास वोटिंग करने वाले कांग्रेस के कई विधायक पहले ही दूसरे दलों में जा चुके हैं.
कांग्रेस छोड़कर MLA मुकेश ने थामा सपा का दामन
कांग्रेस विधायक मुकेश श्रीवास्तव गुरुवार को सीएम के सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग पर सपा में शामिल होने के लिए पहुंचे. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मौजूदगी में वह सपा में अपने कई समर्थकों के साथ शामिल हुए. इस मौके पर पत्रकारों ने मुकेश श्रीवास्तव के एनएचआरएम घोटाले में शामिल होने से सम्बंधित सवाल उठाया तो सपा सरकार के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री आजम खां ने उनका बचाव किया. आजम खां ने कहा कि उन पर भी कई मुकदमे दर्ज हैं और वह भी जेल गए हैं. इससे कोई आरोपी नहीं हो जाता है.