
नई दिल्ली : गोवा में संघ से निकाले गए पूर्व प्रमुख सुभाष बेलिंगकर बीजेपी के लिए अब बड़ी मुसीबत बनते जा रहे हैं। उनकी पार्टी भारतीय भाषा सुरक्षा मंच (बीबीएसएम) में संघ से टूटकर आये 400 से ज्यादा स्वयंसेवकों के बाद अब गोवा की पारसेकर सरकार में भी बगावत हो गई है, पार्टी के चार विधायकों ने वेलिंगकर के साथ जाने इच्छा जताई है। बीबीएसएम 16 सितंबर को सेंट्रल कमेटी की मीटिंग कर पॉलिटिकल पार्टी का ऐलान करेगा। साथ ही गठबंधन को लेकर भी शिवसेना और महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी (एमजीपी) से बातचीत जारी है।
इन विधायकों ने गोवा में पार्टी के काम करने के रवैये पर ही सवाल उठा दिए हैं और अब वो सुभाष वेलिंगकर के साथ जा सकते हैं। इतना ही नहीं क़रीबी सूत्रों की मानें तो बीजेपी के कुल 21 में कुछ और भी विधायक टूट सकते हैं। वेलिंगकर ने एक इंटरव्यू इसकी पुष्टि की और कहा ‘भाजपा के कई विधायक और मंत्री पारसेकर सरकार से नाराज होने की वजह से विधानसभा चुनाव से पहले हमारे साथ आना चाहते हैं। विधायक हमारे संगठन में इसलिए आना चाहते हैं कि वे सच देख सकते हैं जबकि यह सच भाजपा नहीं देख सकती। ’ 2017 के चुनाव के मद्देनज़र अपनी स्थिति मज़बूत करने के लिए वेलिंगकर शिवसेना और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के साथ गठबंधन की तैयारी में है। हालांकि वेलिंगकर ने स्पष्ठ कहा कि ‘मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा और हमारा फेस कौन होगा, यह अक्टूबर आखिर तक तय कर लिया जाएगा।’
उन्होंने कहा, ‘हमारी अभी 35 सीटों पर लड़ने की तैयारी है। अगर शिवसेना, एमजीपी या दूसरी स्थानीय पार्टियों के साथ मिलकर चुनाव लड़ते हैं तो सीटों पर बात हो जाएगी।’ उन्होंने कहा, ‘हमारी शिवसेना से बात चल रही है क्योंकि वह हमारी ही विचारधारा की पार्टी है। अगर गोवा प्रजा पार्टी और बहुजन महासंघ भी हमारी इस मांग पर साथ है कि अंग्रेजी मीडियम स्कूलों में ग्रांट नहीं दी जाए तो हम सब मिलकर बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं। वेलिंगकर ने कहा कि यह महासंघ गैर-बीजेपी, गैर कांग्रेस, गैर -आप और गैर एनसीपी का होगा। उन्होंने बताया कि संघ के नए संघ चालक लक्ष्मण बेहरे ने हमसे मुलाक़ात की लेकिन साथ ही वेलिंगकर ने दोहराया, ‘हम अपने स्टैंड पर कायम हैं कि चुनाव तक किसी का हस्तक्षेप हमें नहीं चाहिए।’
वेलिंगकर ने कहा बीजेपी को हर हाल में हराना है
सुभाष वेलिंगकर और बीबीएसएम बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं वहीं नए संघ चालक लक्ष्मण बेहरे ने कहा, ‘मीडियम और इंस्ट्रक्शन के मसले पर हम बीजेपी या किसी भी पार्टी के साथ टकराव वाला रवैया नहीं रखेंगे।’ बेहरे ने कहा, ‘लेकिन हम भारतीय भाषा सुरक्षा मंच को अपना समर्थन देना जारी रखेंगे और संघ के किसी भी स्वयंसेवक को बीबीएसएम की मीटिंग या कार्यक्रमों में जाने से रोका नहीं जाएगा।’