नई दिल्ली: 13,860 करोड़ रुपए के काले धन का खुलासा करने वाले गुजरात के कारोबारी फरार हो गए हैं। कारोबारी महेश शाह को 30 सितंबर को बंद हुई IDS (इनकम डिस्क्लोजर स्कीम) के तहत उन्हें 45% रकम बतौर टैक्स जमा करना था। उन्हें कुल 6237 करोड़ रुपए टैक्स देना था। स्कीम के तहत इसकी पहली किस्त 25% के रूप में देनी थी जो 1560 करोड़ रुपए बनती है।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने मारे छापे
शाह की चार्टर्ड अकाउंटेंट फर्म अप्पाजी अमीन के ठिकानों शुक्रवार को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने मारे छापे। लेकिन शाह को फरार बताया जा रहा हैं। शाह की चार्टर्ड अकाउंटेंट फर्म अप्पाजी अमीन में पार्टनर और शाह के सीए तेहमुल सेठना ने मीडिया से बातचीत में छापों की पुष्टि की। उनके मुताबिक आईटी डिपार्टमेंट ने 29 नवंबर से 1 दिसंबर के बीच भी शाह के ठिकानों पर सर्चिंग की थी। हालांकि, आईटी डिपार्टमेंट ने छापों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।
जमीन के सौदे करते हैं शाह
सेठना ने बताया कि 13,860 करोड़ रुपए की बेहिसाबी संपत्ति डिक्लेयर करने से पहले शाह ने कुछ इन्कम टैक्स ऑफिशियल्स से भी बात की थी। हो सकता है शाह के पास इतना बड़ा अमाउंट ना हो। जब आईटी डिपार्टमेंट ने इन्क्वॉयरी शुरू की तो उसे इस बात का शक हुआ कि शाह तय तारीख पर इंस्टॉलमेंट चुका पाएंगे। इसके बाद शाह का IDS Form-2 कैंसल कर दिया गया। मैंने डिपार्टमेंट को शाह से जुड़े सभी पेपर्स दिखाए। सेठना ने कहा- हालांकि शाह की फाईनेंशियल हालत इतनी मजबूत नहीं दिखती लेकिन उसने खुद इतना पैसा होने का दावा किया था। लेकिन अब मुझे लगता है शाह के पास इतना पैसा नहीं होगा।