गुजरात : सूरत के हीरा कारोबारी लक्ष्मीदास वेकारिया एक बार फिर से चर्चा में हैं. इस बार उन्होंने अपने 125 कर्मचारियों को तोहफे में एक्टिवा (स्कूटी) भेंट की हैं. लक्ष्मीदास ने अपने कर्मचारियों की परफॉर्मेंस से खुश होकर उन्हें यह तोहफा दिया है.
एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमें स्कूटी बांटी गई. हर स्कूटी पर एक तिरंगा भी लगाया गया था. आपको बता दें कि वेकारिया ने 2010 मे हीरे तराशने की फैक्ट्री शुरू की थी. हालांकि, गुजरात में ऐसा करने वाले वेकारिया अकेले नहीं हैं. इससे पहले हीरा कारोबारी सवजी भाई ढोलकिया ने भी कर्मचारियों को बड़े तोहफे देकर सुर्खियां बटोरी थी.
गिफ्ट में दिए थे 400 फ्लैट्स और 1260 कारें
सवजी भाई ढोलकिया ने पिछले साल हरे कृष्णा एक्सपोर्ट्स के इम्प्लॉइज को दिवाली बोनस के तौर पर 400 फ्लैट्स और 1260 कारें गिफ्ट की थीं. इस दौरान कंपनी ने 51 करोड़ रुपये खर्च किए थे. 56 वर्कर्स में ज्वेलरी भी बांटी गई थी.
सावजीभाई ने 3 साल पहले शुरू की थी परंपरा
हरे कृष्णा एक्सपोर्ट्स के मालिक सावजीभाई ने 2013 में इस ट्रेंड की शुरुआत की थी जब उन्होंने अपने 1260 कर्मचारियों को गाड़ी गिफ्ट में दी थी। नए साल के बोनस के रुप में कुल 1200 डेटसन रेडी देने का ऐलान किया और डेटसन की ओर से एक दिन में ही 650 गाड़ियों को डिलिवरी कर दी. गिफ्ट की गई गाड़ियों में सभी गाड़ियों के चारों ओर तिरंगे रंग के रंगों से कवर किया गया था.
कौन है सवजीभाई
गुजरात के दुधाला गांव के रहने वाले सवजीभाई ने 1977 में 12.50 रुपए लेकर अमरेली से सूरत आये थे. सूरत में सवजीभाई ने 1977 में बतौर हीराधीश अपनी जिंदगी की शुरुआत की थी और उस वक्त महीने में उन्हें 169 रुपये पगार के तौर पर मिलते थे। जिस कंपनी में वो काम करते थे उसी कंपनी के मालिक बन गए.