नई दिल्ली : मुलायम सिंह के करीबी और पूर्व केन्द्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने अखिलेश सरकार में मंत्री और अपनी ही पार्टी के नेता अरविंद सिंह गोप के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बेनी ने ग्राम विकास मंत्री अरविन्द सिंह गोप के खिलाफ चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कहा है कि चुनाव आचार संहिता से ठीक पहले गोप ने एसपी से लेकर थानों तक जाति के आधार पर नियुक्ति करा दी है।
ठाकुर बिरादरी को लेकर बेनी नाराज
बेनी प्रसाद वर्मा ने गोप पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले गोप ने यहां के एसपी को हटवाकर अपनी जाति के एसपी को पदस्थ कराया फिर अपनी विधानसभा राम नगर के सभी थानों में अपनी ही जाति के थानाध्यक्षों की नियुक्ति कराई। इसके बाद 6 जनवरी को रामनगर थाने के संरक्षण में अपने कार्यकर्ताओं द्वारा कम्बल वितरण का कार्यक्रम अपनी विधानसभा में कराया जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।
चुनाव आयोग को फैक्स से भेजी शिकायत
मुलायम के करीबी और समाजवादी पार्टी के शुरुआती दौर के नेता बेनी प्रसाद वर्मा ने यह पत्र चुनाव आयोग को फैक्स द्वारा भेजा है। दोनों नेताओं की असल लड़ाई बाराबंकी की रामनगर विधानसभा सीट के लिए है, जहां से वर्तमान में प्रदेश सरकार के ग्राम विकास मंत्री अरविन्द सिंह गोप विधायक हैं। इसी विधानसभा से पूर्व केन्द्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा अपने बेटे पूर्व कारागार मंत्री राकेश वर्मा को विधानसभा तक पहुंचते देखना चाहते हैं।
गुरु चेले में ठनी
इसी वर्चस्व को लेकर सोमवार को बेनी प्रसाद वर्मा ने भारत निर्वाचन आयोग को फैक्स द्वारा पत्र भेज कर गोप की शिकायत की है। बेनी प्रसाद वर्मा की इस शिकायत का सं ज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी बाराबंकी ने अपर जिलाधिकारी बाराबंकी को और पुलिस अधीक्षक को इसकी जांच सौंपी है। एक ही पार्टियों के दो दिग्गजों की लड़ाई अब खुल कर सामने आ गयी है। अब देखना है कि बेनी बाबू के इस हमले का जवाब गोप कैसे देते हैं।