नई दिल्लीः विधानसभा चुनाव में करारी हार से एक बार फिर मुलायम परिवार में कलह मच गई है। अखिलेश यादव को वह बयान याद दिलाकर दबाव कायम किया जा रहा, जिसमें उन्होंने चुनाव बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद मुलायम को लौटाने की बात कही थी। उधर हार से निराश सपा के कई वरिष्ठ नेता अब अखिलेश के पाल से छिटकर मुलायम-शिवपाल की गोद में बैठने जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि अखिलेश की अपरिपक्वता ने पार्टी का बेड़ा गर्क किया। ऐसे में मुलायम और शिवपाल में ही बिखरी पार्टी को एक सूत्र में पिरोने की क्षमता है। इस नाते अखिलेश को मुलायम को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद लौटाना होगा, वहीं शिवपाल भी प्रदेश अध्यक्ष पद पाना चाहते हैं।
शिवपाल के वीडियो ने मचाई पार्टी में खलबली
अमिताभ बच्चन की आवाज में खुद व मुलायम पर पर केंद्रित एक वीडियो शिवपाल ने जारी कर पार्टी में हलचल मचा दी। इसकी एक लाइन है-पापियों का हक नहीं है कि लें परीक्षा तेरी। तू किस लिए हताश है,चल तेरे वजूद की समय को भी तलाश है। वीडियो से साफ पता चलता है कि इसके जरिए पार्टीजनों को एक संदेश दिया गया है कि वे मुलायम-शिवपाल के नेतृत्व में पार्टी को फिर से एकजुट करने में मदद करें। अब वक्त है हार का गम भूलकर सबको साथ लेकर चलने की। ताकि अगला चुनाव ठीक हो सके।
घर से लौटने पर बड़े-छोटे भाई करेंगे समीक्षा
शिवपाल के साथ मुलायम सिंह यादव सैफई अपने गांव होली मनाने गए हैं। वहां से मंगलवार को दोनों नेता लौटेंगे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इसके बाद या तो मंगलवार की शाम नहीं तो बुधवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता बैठकर हार के कारणों की समीक्षा करेंगे। इसके बाद अखिलेश को नसीहतें भी दी जाएंगे। खासकर उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद लौटाने को कहा जाएगा। चूंकि अखिलेश चुनाव हार चुके हैं, ऐसे में अब उन्हें नसीहतों को दबावस्वरूप स्वीकार भी करना पड़ सकता है। क्योंकि फिलहाल पार्टी में अखिलेश की साख संकट में पड़ गई है। जो लोग कल अखिलेश के साथ खड़े थे, अब वही पीठ पीछे मुलायम-शिवपाल की नसीहतों पर ध्यान न देने को ही असफलता कारण बता रहे हैं।