नई दिल्ली: रिश्वत लेने के ढेरो केस सुने होंगे आपने। लेकिन मध्य प्रदेश के छतरपुर में वन विभाग के SDO ने एक मामले को रफ़ा-दफ़ा करने के लिए जैसे ही 70 हज़ार की रिश्वत ली, उन्हें वहीं रंगे हांथो पकड़ लिया गया। कहा तो यह जा रहा है कि SDO मंदिर मैं माथा टेकने के बहाने जाते थे और वहां पर ही रिश्वत लिया करते थे।
हांथ धुलवाने के बाद पानी हुआ रंगीन
58 साल के SDO को सभी बेहद धार्मिक आदमी मानते थे। लेकिन जैसे ही लोगों को मंदिर जाने के पीछे का राज़ पता चला तो हर कोई भौंचक्का रह गया। दरअसल गुरुवार सुबह छतरपुर में वन विभाग के SDO बीएल वर्मा 70 हज़ार रुपए की रिश्वत लेते पकड़े गए। बक्सवाहा निवासी मनीष जैन की JCB मशीन सीज़ कर ली गई। इसका मामला निपटाने SDO ने एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। बाद में सौदा 70 हज़ार में तय हुआ।
छतरपुर में SDO का घर
सुबह तक़रीबन 8 बजे जैसे ही SDO ने रिश्वत के पैसे अपने हाथों में लिए, सागर लोकायुक्त की टीम ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया। हालांकि पकड़े जाने के बाद SDO सफाई देने लगे कि यह रिश्वत उन्होंने अपने सीनियर DFO के कहने पर ली थी। फ़रियादी के मुताबिक़, भी SDO के सीनियर ने उससे रिश्वत मांगी थी, लेकिन ये बीच में आ गए। कार्रवाई के बाद लोकायुक्त की टीम SDO को उनके ऑफिस बक्सवाहा लेकर गई। टीआई लोकायुक्त संतोष जामरा के मुताबिक़, फ़रियादी मनीष जैन का कहना है कि यह रिश्वत DFO के लिए थी, जो SDO के जरिये उन तक पहुंचाई जानी थी।
SDO का छतरपुर में अंडर कंस्ट्रकशन घर
मंदिर में माथा टेक कर लौटे थे SDO
SDO को जिस वक़्त रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया, उससे कुछ देर पहले ही वे हनुमान मंदिर से लौटे थे। SDO धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति माने जाते हैं। उन्होंने अपने घर के दरवाजे के दोनों और भगवान के चित्र वाली टाइल्स लगा रखी हैं। वर्मा के मुताबिक, वे भगवान को बहुत मानते हैं। जिंदगी में पहली बार सीनियर के कहने पर उनकी रिश्वत के पैसे लिए और पकड़े गए। SDO ने मंदिर से लौटकर गर्म कपड़े पहनकर ऑफिस के लिए तैयार हुए थे, तभी उन्हें रिश्वत के पैसे मिले। उन्होंने गर्मजोशी से पैसे हाथ में लिए, लेकिन रंगे हाथों पकड़े जाते ही वे एकदम ठंडे पड़ गए। उनकी घबराहट और कांपते हाथों को देखकर अलाव जलवाना पड़ा।