नई दिल्ली: हरियाणा के सोनीपत जिले के खेड़ी दहिया गांव में जितेंद्र नाम के युवक ने खुद को आग लगा ली। वजह थी पुलिस ने युवक की मदद करने की बजाय उसकी पिटाई कर दी। सुसाइड नोट में युवक ने पूरी आपबीती लिखी है। वहीं पुलिसकर्मियों पर अत्याचार का आरोप भी लगाया है।
क्यों किया सुसाइड
जितेंद्र ने सुसाइड नोट में सुसाइड नोट में पूरी आप बीती बयान की। उसने लिखा की जब 7 अगस्त को वह टैंपो में बैठकर अपने घर जा रहा था। टैंपो चालक व कुछ लड़कों ने उसके साथ मारपीट की और उसके 32 हजार रुपए छीन लिए। जितेन्द्र ने इस बात की सूचना पुलिस को सूचना दी तो एसआई मनोज कुछ अन्य पुलिस वालों के साथ जितेंद्र के घर पहुंचे और मामला दर्ज करना तो दूर की बात पुलिस वालों ने उसके साथ मारपीट की और थाने में ले गए। थाने में केस दबाने के लिए उसे धमकाया गया। जिसके बाद जितेंद्र थाने एक महीने तक चक्कर काटता रहा, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। तंग आकर जितेन्द्र ने खुद को आग लगा ली।
नहीं बच सकी जान
जितेंद्र को लगभग 90 प्रतिशत जली हुई अवस्था में अस्पताल में भर्ती करवाया गया. इलाज के दौरान जितेंद्र ने दम तोड़ दिया। युवक की मौत के बाद परिजनों ने प्रदर्शन कर जमकर हंगामा काटा।
डीएसपी ने दिया करवाई का भरोसा
जितेंद्र की मौत के बाद खरखौदा के डीएसपी प्रदीप कुमार पीजीआई पहुंचे और जितेंद्र के परिजनों से बातचीत की। उन्होंने मामले में जांच का आश्वासन दिया।