शिमला : हिमाचल प्रदेश के आयुर्वेद एवं सहकारिता मंत्री करण सिंह का कल देर रात दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्वि ज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। वह 59 साल के थे। वह कैंसर से पीड़ित थे। सिंह के परिवार में पत्नी और एक बेटा है। उनके बड़े बेटे की वर्ष 2012 में एक दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी।
सिंह के बड़े भाई और कुल्लू से विधायक महेश्वर सिंह ने पीटीआई-भाषा को बताया कि वे पिछले कुछ समय से कैंसर से पीड़ित थे। कल देर रात लगभग पौने दो बजे एम्स में उन्होंने अंतिम सांस ली।
वह हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बंजार विधानसभा क्षेत्र के प्रतिनिधि थे।वह कुल्लू के राजपरिवार से थे। वर्ष 2002 में राज्य विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने भाजपा छोड़ दी थी और कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। वह तीन बार विधायक और दो बार मंत्री रहे।
कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने उनके निधन पर शोक जताया और इसे सरकार तथा राज्य की जनता के लिए बड़ी क्षति बताया। राहुल ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘करण सिंह जी का निधन हिमाचल की सरकार और जनता के लिए बड़ी क्षति है। उनके मार्गदर्शन और नेतृत्व की कमी खलेगी। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं।’’ हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने भी उनके निधन पर शोक जताया।
पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार, विधानसभा अध्यक्ष बीबीएल बुटेल के साथ कई मंत्रियों, विधायकों और प्रमुख नेताओं ने करण सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया।