एक हिंदी प्रेमी
लगा रहे थे,
ज़ोर-ज़ोर से नारा
हिंदी जानो,
सीखो और सिखाओ,
अंग्रेजी हटाओ,
तभी
किसी श्रद्धालु ने पूछा
आपका शुभनाम ?
तपाक से बोले वो,
मुझे कहते हैं 'सोभाराम'
हिंदी की टूट गई टांग !
-उषा
मैं एक मनोवैज्ञानिक जिसका झुकाव दर्शन शास्त्र की ओर अधिक है पेशे से शिक्षिका प्रधानाचार्या और शौक के लिहाज़ से एक लेखिका ,कवियित्री, चित्रकार व गायिका . D