नई दिल्ली : भ्रष्टाचार के मामले में साल 2016 में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किये गए दिल्ली के सीएम अरविन्द केरीवाल के पूर्व प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार ने वॉलंटरी रिटायरमेंट (VRS) माँगा है। साथ ही 12 पन्ने का एक मार्मिक पत्र लिखकर राजेन्द्र कुमार ने सीबीआई पर सनसनी खेज आरोप भी लगाए हैं। राजेंद्र कुमार ने अपने पत्र में लिखा है कि सीबीआई ने दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल और उन्हें फंसाने के लिए हर तरह का प्रयास किया। कुमार ने लिखा है कि उन पर केजरीवाल के खिलाफ बयान देने के लिए सीबीआई ने दबाव डाला था और ऐसा करने पर उन्हें छोड़ने की बात कही थी।
अपने पत्र में 1989 बैच के अफसर राजेंद्र कुमार ने अपने जीवन संघर्ष और अपनी सफलता का भी बखूबी जिक्र किया है। पूर्व प्रधान सचिव ने लिखा कि उन्हें इस सिस्टम पर बहुत विश्वास था, क्योंकि एक गरीब परिवार से आना वाला शख्स भी सिविल सर्विसेज एग्जाम में सफलता पाकर आईएएस बन गया था, लेकिन आज हालात बदल गए हैं। राजेंद्र कुमार ने लिखा कि मेरे केस में सीबीआई ने कई लोगों के साथ क्रिमिनल अब्यूज़, प्रताड़ना और गन्दी भाषा का इस्तेमाल किया।
लेटर में राजेंद्र कुमार ने लिखा है कि उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाता रहा, लेकिन वह अपने मूल्यों से नहीं हटे। कुमार का कहना है कि बीएके बंसल सूइसाइड केस के बाद वह बार-बार यह सोच रहे हैं कि क्या देश में न्याय है? कुमार का कहना है कि केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के झगड़े में उन्हें मोहरा बनाया गया।
कुमार ने लिखा है कि एसीबी ने एक महीने तक उन सवालों को लेकर पूछताछ की, जिनका उनसे कोई लेना-देना ही नहीं था। सीबीआई पर उन्होंने आरोप लगाया कि उनसे जबरन मेल का एक्सेस हासिल किया गया और धमकी भी दी गई। सीबीआई ने झूठा केस दर्ज किया और पूछताछ के दौरान बार-बार कहा कि उन्हें छोड़ दिया जाएगा, अगर वह दिल्ली के मुख्यमंत्री के खिलाफ बयान दे दें।