नई दिल्लीः जब हमारी नरेंद्र से शादी हुई तो मैं 17 बरस की थी वे 18 बरस के। तीन साल की शादी में बमुश्किल से हम तीन महीने साथ रहे। फिर एक दिन अचानक नरेंद्र ने कहा-जसोदा मैं देशभ्रमण पर निकलना चाहता हूं, मुझे बहुत काम करना है, संघ के प्रचार पर जा रहा हूं। तुम्हारी उम्र बहुत कम है, तुम अपनी छूटी पढ़ाई फिर से शुरू करो। तुम लौट जाओ। मेरे साथ आकर तुम क्या करोगी। नरेंद्र की खुशी के लिए मैं उनकी राह का रोड़ा नहीं बनना चाहती थी। खुद उनसे अलग होने का फैसला किया। मेरा नरेंद्र से कभी झगड़ा नहीं हुआ। मुझे उनसे कोई शिकायत नहीं है। न हीं मैं ऐसा कुछ कर सकती हूं जिससे नरेंद्र को कोई नुकसान पहुंचे। यह कहना है मोदी की पत्नी जसोदा बेन का। दरअसल तीन तलाक खत्म करने की बात कह मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने की हुंकार भरने वाले मोदी पर विपक्ष उनकी पत्नी जसोदाबेन को लेकर हमला बोल रहा है। विपक्ष का कहना है कि देश की महिलाओं के कल्याण का दावा करने वाले मोदी पहले अपनी पत्नी को हक दिलाएं, जो कि शादी करने के बाद भी अलग रहने को मजबूर हैं। ऐसे में जसोदाबेन का यह बयान काबिलेगौर हो जाता है। उनका कहना है कि पति की खुशी के लिए उन्होंने खुद ही अलग रहने का फैसला किया। यूं तो मोदी और उनकी पत्नी के रिश्ते को लेकर तमाम किस्से सामने आते रहे हैं, मगर जसोदाबेन का सिर्फ पति की खुशी के लिए खुद
अलग हो जाना और फिर यह बात कहना कि मैं उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचाना चाहती, रिश्ते के प्रति सम्मान की मानो जसोदा नई परिभाषा गढ़ रहीं हों।
14 हजार की पेंशन से हो जाता है गुजारा
जसोदाबेन शिक्षक होकर रिटायर हो चुकी हैं। करीब 14 हजार रुपये पेंशन से गुजारा करतीं हैं। गुजरात के महेसाणा जिले के उंझा कस्बे के ब्राह्मणवाड़ा गांव स्थित भाई अशोक मोदी के घर जसोदा रहतीं हैं। जसोदा का कहना है कि उन्हें मोदी से कोई शिकायत नहीं है। कभी हमारे बीच विवाद नहीं हुआ। 17 साल की उम्र में शादी होने के बाद मैने पढ़ाई छोड़ दी मगर वे चाहते थे मैं पढ़ाई करूं। जसोदाबेन पुराने दिनों को याद करते हुए कहती हैं कि जब मैं ससुराल वडनगर कई तो कहा कि तुम खुद इतनी छोटी हो तो ससुराल क्यों आ गई। जसोदा बेन कहती हैं कि कई बार जब वह ससुराल आतीं थीं तो नरेंद्र को नहीं पाती थी। ससुराल वाले हमेशा अच्छा व्यवहार करते थे। बाद में संघ के प्रचार पर निकलने के कारण नरेंद्र ने घर आना भी छोड़ दिया। जब वह नरेंद्र से अलग हो गईं तो फिर दोनों लोगों के बीच कभी संपर्क नहीं हुआ।इसके बाद वह अपने पिता के घर आकर रहने लगीं। भाई और पिता ने मायके में पढ़ाई में मदद की।
शादी के इस अनुभव के बाद दूसरी शादी का इरादा त्याग दिया
लोकसभा चुनाव लड़ने के दौरान जब पहली बार नरेंद्र मोदी ने नामांकन पत्र में जसोदा बेन को पत्नी बताया तब एक फरवरी 2014 को इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में जसोदाबेन ने पहली बार मोदी से शादी को लेकर ढेर सारी बातें सार्वजनिक की। मोदी से अलग होने के बाद दूसरी शादी क्यों नहीं की। इस सवाल पर जसोदाबेन ने कहा कि शादी के इस अनुभव के बाद मेरा दिल दूसरी शादी करने के लिए तैयार ही नहीं हुआ।
जहां उनका नाम आता है वहां मेरा जिक्र जरूर होता है
क्या आप खुद को मोदी की कानूनी पत्नी मानती हैं। इस सवाल पर जसोदाबेन कहतीं हैं कि जब भी मोदी का नाम लिया जाता है तो कहीं न कहीं उनका जिक्र जरूर होता है। अगर उनकी पत्नी न होती तो फिर दुनिया मेरे बारे में क्यों जानकारी उठाती। जसोदाबेन ने कहा कि वह मोदी से जुडी हर खबर जरूर पढ़ती है। मैं अब भी कभी उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकती।