दिल्ली : BSF की 29 बटालियन सीमा सुरक्षा बल के जवान तेज बहादुर यादव की Viral हुई वीडियो के बाद अब बीएसएफ ने जवान के दागी इतिहास का हवाला देते हुए उसके आरोपों को खारिज किया है. बीएसएफ के डीआईजी एमडीएस मान ने कहा कि जवान की 20 साल की सर्विस में चार बार बैड एंट्रीज हैं. इस वजह से उसे प्रमोशन नहीं मिला. मान के मुताबिक, शायद हताशा में उसने यह कदम उठाया हो.
जवान का आरोप- मुझ पर वीडियो हटाने का दबाव
तेज बहादुर ने न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि मेरी ड्यूटी बदल दी गई है. मुझे अभी पोस्ट से बटालियन हेडक्वाटर शिफ्ट कर दिया गया है. मुझे प्लंबर के काम में लगाया गया है. मेरे ऊपर वीडियो हटाने का दबाव था. मैंने पहले भी सीनियर्स से शिकायत की थी. इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं दी गई. मेरे साथी जवान वीडियो अपलोड करने से बहुत खुश हैं. मुझे अपनी नौकरी खोने का डर नहीं है. मैंने जो दिखाया है, वहीं सच्चाई है.
अपने ऊपर लगे आरोपों और शिकायत की प्रकिया पर उठ रहे सवाल पर तेजबाहदुर ने कहा, “अगर मैं गलत था तो मुझे अवार्ड क्यों दिए गए. मैं बीएसएफ का गोल्ड मेडलिस्ट रहा हूं. मुझे कई बार अवार्ड मिले हैं.”
नौकरी छोड़ने की अर्जी दे रखा है जवान
बताया जा रहा है कि सीनियर्स पर इल्जाम लगाने वाले तेज ने नौकरी छोड़ने की अर्जी भी दे रखी है. जानकारी के मुताबिक, बीएसएफ की ओर से अर्जी मंजूर भी हो चुकी है. कहा जा रहा है कि प्रमोशन न मिलने के कारण वह नाराज चल रहा था.
जवान ने बड़े अधिकारियों पर लगये थे आरोप
गौरतलब है की वीडियो में तेज बहादुर ने अपने सीनियर अधिकारियों पर बड़े घोटाले का आरोप लगाया है. अपने कैंप के खाने पीने में हो रहे कथित घोटाले के लिए तेज बहादुर केवल अपने अधिकारियों पर आरोप लगा रहा है, सरकार या सेना प्रशासन पर नहीं. रोटी के एक टुकड़े और दाल के नाम पर हल्दी पानी का ये मसला उस समय और गंभीर हो जाता है जब आपको पता चलेगा कि तेज बहादुर को कहां और किस हालत में अपनी ड्यूटी निभानी पड़ती है.