नई दिल्लीः केंद्रीय मंत्री और भाजपा की स्टार प्रचारक स्मृति ईरानी ने सोचा भी नहीं होगा कि यूपी में उन्हें इस तरह के हालात का सामना करना पड़ेगा। कभी जिस स्मृति ईरानी की पार्टी में तूती बोलती थी, आज उन्हीं से बड़े नेताओं की छोड़िए छोटे नेता भी दूरी बनाने लगे हैं। मुरादाबा में तो हद हो गई। स्मृति ईरानी को बतौर स्टार प्रचारक यहां प्रचार करना था, मगर प्रत्याशी ने बड़े नेताओं से कहकर कार्यक्रम ही स्थगित करा दिया। साफ कह दिया कि बहनजी चली जाओ, अगर प्रचार करोगी तो हम तीसरी बार भी हार जाएंगे।
प्रत्याशी ने क्यों किया ईरानी को मना
यूपी की हर विधानसभा सीट पर पार्टी के स्टार प्रचारकों का प्रोग्राम लगा है। इसी सिलसिले में मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा के मूंढापांडे क्षेत्र में स्मृति ईरानी को सभा करनी थी। मगर प्रत्याशी रामवीर सिंह ने पार्टी ने अमित शाह तक संदेश भेजा कि स्मृति ईरानी के प्रचार करने से चुनावी माहौल खराब हो सकता है। इलाके में मुस्लिम आबादी काफी ज्यादा है। पांच साल मेहनत कर मुस्लिम मतदाताओं के बीच अच्छी-खासी पकड़ बना ली है। भाजपा के कई कार्यक्रमों में मुस्लिमों ने हिस्सा लिया। भैंस, ठेला, सिलाई मशीन, कंबल आदि बांटकर सभी धर्म और जातियों के लोगों में लोकप्रियता अर्जित की है। अगर स्मृति ईरानी ने सभा में कुछ बोल दिया और मुस्लिम कौम को नागवार गुजरा तो जो कुछ वोट मिलने हैं वो भी नहीं मिलेंगे। क्योंकि भाजपा से वैसे भी मुस्लिम परहेज करते हैं।
सभा में पैसा ज्यादा खर्च होने का बनाया बहाना
एक तो पार्टी प्रत्याशी ने स्मृति की सभा होने पर मुस्लिम वोट बिखरने का तर्क दिया तो दूसरी तरफ कहा कि सभा पर चार लाख रुपये का खर्च आ रहा है। जबकि अब तक 18 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं। ऐसे में स्मृति ईरानी की महंगी सभा करने की भी जरूरत नहीं है। जब प्रत्याशी ने ऐसे तमाम बहाने बनाए तो शीर्ष नेतृत्व ने स्मृति ईरानी का कार्यक्रम टाल दिया।