इस्लाम छोड़ने में महिलाएं आगे!
मरयम निजामी ने अपने इंटरव्यू में बताया है कि हमारे संगठन या दुनिया के तमाम दूसरे देशों में सोशल मीडिया पर चल रहे ग्रुप्स में ज्यादातर महिलाएं हैं। ऐसे किसी भी ग्रुप या पेज पर जाकर आप एक्स-मुस्लिमों की सोच के बारे में जान सकते हैं। इनमें से कई ने कुरान से लेकर हदीस तक को पढ़ा हुआ है। कुछ ने तो हज भी किया है। सबसे ज्यादा महिलाएं बुर्के और हिजाब जैसी पुरुषवादी परंपराओं से नाराज हैं। पिछले दिनों एक ऐसी ही मुस्लिम लड़की सारा की कहानी बीबीसी पर प्रसारित हुई थी। इसे लेकर तब काफी विवाद भी हुआ था। सारा ने बताया कि कैसे उसकी मां ने इस्लाम छोड़ने के फैसले पर कहा था कि तुम्हें जहन्नुम की आग में जलना होगा। सारा कहना है कि अब जब मैं इस्लाम को छोड़ चुकी हूं, मुझे ऐसा लगता है कि मैं पहले से ज्यादा खुश और संतुष्ट हूं।