नई दिल्ली : भारत के इतिहास में 1971 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब भारतीय सेना ने LOC पार कर पाक के घर मे घुसकर आतंकी ठिकानों पर हमला किया . भारतीय सेना की ओर से किए गए सर्जिकल स्ट्राइक की दुनियाभर में चर्चा हो रही है इसका पुरा रोडमेप देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने तैयार किया था. आईए जानते क्यो अजीत डोभाल भारतीयों के बीच जेम्स बंड के नाम से मशहुर है
अजित डोभाल के दिशा निर्देशन पर जून 2010 में भारतीय सेना ने पहली बार सीमा पार म्यांमार में कार्रवाई की गई थी. ऑपरेशन में करीब 30 उग्रवादियों को मार गिराया.
डोभाल ने जून 2014 में ISIS के कब्जे से 46 भारतीय नर्सों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. नर्सें आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट के नियंत्रण वाले इराकी शहर तिकरित के एक अस्पताल में फंस गई थीं.
यह अजित डोभाल का ही कमाल था कि 1971 से लेकर 1999 तक 5 इंडियन एयरलाइंस के विमानों के संभावित अपहरण की घटनाओं को टाला जा सका था.
1999 में कंधार में इंडियन एयरलाइंस के विमान आईसी -814 के अपहर्ताओं के साथ भारत के मुख्य वार्ताकार के तौर पर अजित डोभाल ही थे.
वह डोभाल ही है जो 7 साल तक पाकिस्तान में एक गुप्त एजेंट बन के रहे थे.
डोभाल ने एक पाकिस्तानी जासूस के वेष में ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ से पहले खालिस्तानी आतंकवादियों से कई जानकारियां एकत्र की.
उन्होंने एक रिक्शा चालक का वेष रख अपनी पहचान छुपाई रखी.
वह मिजोरम, पंजाब और कश्मीर में चल रहे उग्रवाद विरोधी अभियान में सक्रिय रूप से शामिल थे.
1968 में पूर्वोत्तर में उग्रवादियों के खिलाफ खुफिया अभियान चलाने के दौरान लालडेंगा उग्रवादी समूह के 6 कमांडरों को उन्होंने भारत के पक्ष में कर लिया था.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल अंडरवर्ल्ड दाऊद इब्राहिम को भी खत्म करने का प्लान बना चुके हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दाऊद इब्राहिम लगातार अपनी लोकेशन बदल लिया था.
कश्मीर में कुक्के पैरे जैसे कट्टर कश्मीरी आतंकवादी को राज़ी कर अजित डोभाल ने भारत विरोधी संगठनों को शांति का संदेश दिया था. उन्होंने कट्टरपंथी भारत विरोधी आतंकवादियों को भी निशाना बनाया और 1996 में जम्मू-कश्मीर में होने वाले चुनाव के लिए मार्ग प्रशस्त किया.
आपको बता दे कि पीएम मोदी की अजित डोभाल से पहली मुलाकात विवेकानंद फाउंडेशन की स्थापना के दौरान 2009 में हुई थी . कुछ ही दिनों बाद दोनों के बीच मजबूत दोस्ती हो गई.